
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों की महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए गए हैं, जिससे धुएं से राहत मिली.
- पीएम किसान योजना के माध्यम से छोटे और गरीब किसानों को हर साल छह हजार रुपये सीधे उनके बैंक खातों में दिए जाते हैं.
- आयुष्मान भारत योजना गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान करती है, जिससे आर्थिक बोझ कम हुआ.
पिछले 10 सालों में केंद्र की मोदी सरकार ने गरीबों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू कीं, जिनका असर आज हर गांव, हर जिले और लाखों परिवारों में देखा जा सकता है. इन योजनाओं ने सिर्फ कागजों तक सीमित न रहकर जमीनी स्तर पर लोगों की ज़िंदगी बदली है. चाहे बात हो फ्री गैस सिलेंडर की, पक्के घर की, या फिर 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सरकार की सोच साफ रही है कि गरीबों को आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन दिया जाए.
उज्ज्वला योजना से महिलाओं को राहत
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों की महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया, जिससे उन्हें लकड़ी और कोयले के धुएं से राहत मिली. अब तक 10 करोड़ से ज्यादा परिवार इससे जुड़ चुके हैं और 238 करोड़ से ज्यादा सिलेंडर रिफिल किए जा चुके हैं. सरकार कुछ लाभार्थियों को 300 रुपये तक सस्ते सिलेंडर भी दे रही है. ये सब्सिडी सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर होती है. साथ ही, देशभर में 11,670 नए गैस डिस्ट्रीब्यूटर जोड़े गए हैं ताकि दूर-दराज के इलाकों में भी गैस आसानी से मिल सके.
पीएम किसान योजना के जरिये किसानों को 6,000 रुपये की मदद
देश के करोड़ों छोटे और गरीब किसानों को हर साल 6,000 रुपये की मदद मिल रही है – वो भी डायरेक्ट उनके बैंक खाते में. यह योजना खेती-किसानी में थोड़ी राहत जरूर देती है और किसानों को थोड़ा आत्मनिर्भर बनाती है. आज गांव का किसान इस योजना से जुड़े पैसे से अपने जरूरी खर्च पूरे कर पा रहा है.
आयुष्मान भारत योजना : 5 लाख रुपये तक फ्री इलाज की सुविधा
बीमार पड़ने पर गरीब परिवारों के सामने सबसे बड़ी चुनौती इलाज के खर्च की होती है. आयुष्मान भारत योजना ऐसे समय में लोगों के लिए संजीवनी साबित हुई है.इसमें जरूरतमंद परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है. इसके लिए आयुष्मान कार्ड बनवाना होता है, जिसे दिखाकर बड़े अस्पतालों में भी मुफ्त इलाज संभव है. इस योजना ने न सिर्फ आर्थिक बोझ कम किया है, बल्कि लोगों को एक नया आत्मविश्वास भी दिया है.
स्वच्छ भारत मिशन : खुले में शौच से छुटकारा
इस मिशन के तहत करोड़ों घरों में शौचालय बनवाए गए हैं. ये सिर्फ एक सुविधा नहीं, बल्कि सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक बन गया है, खासकर ग्रामीण भारत में. खुले में शौच से छुटकारा पाने के बाद लोगों का जीवन और माहौल दोनों बदला है.
प्रधानमंत्री आवास योजना : हर किसी का होगा खुद का पक्का मकान
हर इंसान का सपना होता है अपना पक्का घर हो. लेकिन गरीबी की वजह से ये सपना अधूरा रह जाता था. मोदी सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना ने इस सपने को पूरा करने की कोशिश की है. अब तक 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को पक्के मकान मिल चुके हैं. इस योजना की खास बात यह है कि घर महिलाओं के नाम पर दिए जाते हैं, जिससे महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिलता है. बिहार जैसे राज्य में इस साल 5 लाख से ज्यादा नए मकानों का आवंटन हुआ है.
जनधन योजना : सीधे बैंक अकाउंट में आ रहा पेंशन और सब्सिडी का पैसा
2014 में शुरू की गई जनधन योजना ने गरीबों को पहली बार बैंकिंग से जोड़ा. इसके जरिए सरकार की हर मदद सब्सिडी, पेंशन या किसी योजना का पैसा – सीधे लाभार्थियों के अकाउंट में जाता है. इससे बिचौलियों की भूमिका खत्म हुई और लोगों को सीधे फायदा मिलने लगा. आज करोड़ों जनधन खाते खुल चुके हैं और ये देश की सबसे बड़ी फाइनेंशियल इनक्लूजन योजना बन चुकी है.
मनरेगा : गांवों में रोजगार की गारंटी
ग्रामीण इलाकों में रोजगार की कमी को देखते हुए मनरेगा योजना एक बड़ा सहारा बनी है. इसमें लोगों को सालभर में निश्चित दिनों तक रोजगार मिलता है और इसके बदले उन्हें मेहनताना दिया जाता है. यह योजना गांवों में आर्थिक स्थिरता लाने में मददगार रही है. इसके अलावा बुजुर्गों के लिए पेंशन योजनाएं भी एक बड़ी राहत बनकर उभरी हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं के जरिये अब गरीब परिवार को गैस, शौचालय, इलाज, मकान और पैसा ये सब चीजें सीधी सरकार से मिल रही हैं, और यही वजह है कि इन योजनाओं ने सच में गरीबों की किस्मत बदल दी .
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