- देश में टैक्स रिफंड का झांसा देकर फर्जी मेल और लिंक के जरिए खातों से पैसे चुराने की ठगी बढ़ रही है
- इनकम टैक्स विभाग ने स्पष्ट किया है कि वे कभी भी ईमेल या मैसेज में पासवर्ड, ओटीपी या बैंक डिटेल्स नहीं मांगते
- विभाग डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से फर्जी दावों पर नजर रखकर कड़ी कार्रवाई कर रहा है
Fake Tax Refund Emails: देश में ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. जहां एक तरफ डिजिटल अरेस्ट के जरिए करोड़ों की लूट हो रही है, वहीं, दूसरी तरफ फेक मेल और लिंक्स से खाते साफ हो रहे हैं. इसी बीच ठगों ने ठगी का नया रास्ता निकाल लिया है. जैसा आप जानते हैं कि देश के करोड़ों कर्मचारी इस समय इनकम टैक्स के रिफंड का इंतजार कर रहे हैं. इसे देखते हुए जालसाज फेक रिफंड का मेल भेज रहे हैं. सरकारी विभाग जैसे दिखने वाले फर्जी ईमेल और मैसेज से मेहनत की कमाई पर हाथ साफ किया जा रहा है.
कैसे बुना जा रहा है ठगी का जाल?
स्कैमर्स लोगों को टैक्स रिफंड का लालच देकर 'मैलेशियस लिंक'पर क्लिक करने के लिए उकसा रहे हैं. ये मैसेज देखने में इतने असली लगते हैं कि कोई भी धोखा खा जाए. लेकिन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने साफ कहा है कि वो ऐसे कोई भी मेल और मैसेज नहीं भेज रहा. ऐसे में इन सभी लिंक्स पर क्लिक ना करें.
एक क्लिक और खाता साफ
अगर आपने गलती से भी इन लिंक्स पर क्लिक किया, तो आप बैंकिंग फ्रॉड या आइडेंटिटी थेफ्ट का शिकार हो सकते हैं. ठग आपकी संवेदनशील जानकारी जैसे पासवर्ड, ओटीपी और बैंक डिटेल्स चुरा लेते हैं.
खुद को कैसे सेफ रखें?
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने साफ किया है कि वे कभी भी ईमेल या अनऑफिशियल लिंक के जरिए आपका पासवर्ड, ओटीपी या बैंक डिटेल्स नहीं मांगते हैं. सेफ रहने के लिए इन बातों का ध्यान रखें-
- टैक्स से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए केवल www.incometax.gov.in पर ही जाएं.
- अपडेट्स के लिए विभाग के केवल वेरिफाइड सोशल मीडिया हैंडल्स पर ही भरोसा करें.
फेक मैसेज की करें रिपोर्ट
अगर आपको कोई फर्जी मैसेज मिलता है तो उसे तुरंत webmanager@incometax.gov.in पर फॉरवर्ड करें. साथ ही, साइबर सेफ्टी के लिए इसकी कॉपी incident@cert-in.org.in को भी भेजें.
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