Zara Hatke | Written by: बिक्रम कुमार सिंह |मंगलवार दिसम्बर 19, 2023 04:02 PM IST अगर कैप्शन न पढ़ा जाए तो इस बात का अंदाजा ही नहीं लगाया जा सकता कि यहां इंसान नहीं बल्कि एक मूर्ति है. ये मूर्ति भ्रम पैदा करती है, ऐसा लगता है जैसे कोई यात्री अपनी फ्लाइट की इंतजार कर रहा हो और बैठे-बैठे उसे झपकी आ गई हो.