पंजाब (Punjab) में करीब 40 शिक्षक अब अवैध रेत खनन रोकने के लिए निगरानी करेंगे. राज्य सरकार ने इस संबंध में एक आदेश जारी किया है. कपूरथला जिले के फगवाड़ा में रात 9 बजे से लेकर देर रात 1 बजे तक वह संबंधित चेकपॉइंट पर तैनात रहेंगे. सरकारी आदेश के मुताबिक, शिक्षकों को निगरानी के लिए महत्वपूर्ण चेकपॉइंट पर तैनात किया जाएगा.
फगवाड़ा के एसडीएम और पुलिस प्रशासन की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया है कि शिक्षकों के साथ पुलिस टीम भी मौजूद रहेगी. शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने इस आदेश को शर्मनाक बताया है. SAD नेताओं ने कहा कि कांग्रेस सरकार शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक काम में लगा रही है.
SAD प्रवक्ता व राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने ट्वीट किया, 'शराब की फैक्ट्री के बाद अब पंजाब सरकार ने अवैध रेत खनन रोकने के लिए शिक्षकों को पुलिस नाके पर तैनात किया है. इसकी टाइमिंग रात 9 बजे से 1 बजे तक है. ये समझ से परे है कि सरकार शिक्षकों को शराब और रेत माफियाओं के आगे कर रही है. ये शर्मनाक आदेश तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए.'
बता दें कि करीब एक महीने पहले पंजाब सरकार ने कुछ इसी तरह का आदेश जारी करते हुए 24 शिक्षकों को शराब फैक्ट्री को गार्ड करने की ड्यूटी में लगाया था. मामले के तूल पकड़ने के बाद आदेश को रद्द कर दिया गया था. गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर से यह आदेश दिया गया था. शिक्षकों को शराब की सप्लाई पर नजर रखने के लिए कहा गया था. इस आदेश के बाद मुख्य विपक्षी दल ने डिप्टी कमिश्नर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
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