पंजाब की एक महिला ने आरोप लगाया है कि एक ट्रैवल एजेंट ने उसे सिलाई का काम दिलाने का वादा कर घरेलू सहायिका के रूप में काम करने के लिए इराक भेज दिया. महिला का आरोप है कि वहां उसका शोषण किया गया और उसके साथ मारपीट की गई. मोगा जिले की निवासी 29 साल की इस महिला ने बताया कि एक दिन, उसे इतना पीटा कि डंडा ही टूट गया. इस बीच पुलिस ने कहा है कि वह आरोपी ट्रेवेल एजेंट की जानकारी जुटा रही है.
पीड़ित महिला ने सुनाई दर्द भरी दास्तान
इस महिला ने राज्यसभा सदस्य बलबीर सिंह सीचेवाल से मदद मांगी थी. पिछले महीने वह भारत लौट पाई है. महिला ने दावा किया कि 20-25 पंजाबी महिलाएं अभी भी इराक में फंसी हुई हैं. महिला ने दावा किया कि जगरांव के एक ट्रैवल एजेंट ने उसे धोखा दिया. उन्होंने बताया कि उनसे विदेश में सिलाई की नौकरी दिलाने का वादा किया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘ट्रैवल एजेंट ने उसे सिलाई की नौकरी, साप्ताहिक छुट्टियां और परिवार से संपर्क करने के लिए मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की अनुमति देने का वादा किया था, लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल उलट थी.''
आपबीती सुनाते हुए महिला ने कहा कि वह आठ जनवरी, 2024 को इराक के लिए रवाना हुई थी. इराक पहुंचने के बाद उसे घरेलू नौकर के रूप में काम करने के लिए मजबूर किया गया. महिला ने दावा किया कि नियोक्ता ने उस पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन जब उसने इसका विरोध किया और सबूत के तौर पर एक वीडियो रिकॉर्ड किया, तो ट्रैवल एजेंट और उसकी पत्नी के इशारे पर उसे बेरहमी से पीटा गया. महिला ने कहा, ‘‘एक दिन, उन्होंने मुझे तब तक पीटा जब तक डंडा नहीं टूट गया.''
जीवन भर न भूलने वाला सदमा
उन्होंने कहा कि लगातार दुर्व्यवहार और हिंसा ने उसके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाला, जिससे वह महीनों तक गहरे अवसाद में रही. उन्होंने कहा कि आखिरकार, 10 अगस्त 2025 को उसने सोशल मीडिया के जरिए जाने-माने पर्यावरणविद् सीचेवाल से मदद की गुहार लगाई. महिला ने कहा कि उन्होंने मामले में हस्तक्षेप किया और इसके बाद वह 28 सितंबर को सुरक्षित पंजाब लौट आईं.
महिला ने कहा कि लौटने के बाद भी, वह पूरे एक महीने तक सदमे में रहीं. उन्होंने कहा कि वह इराक में बिताए भयावह दिनों को कभी नहीं भूल सकतीं हैं. उन्होंने दावा किया कि ट्रैवल एजेंट ने ग्रामीण क्षेत्रों में धोखाधड़ी का जाल बिछा दिया है. गरीब लड़कियों को अच्छी नौकरी का झूठा वादा करके विदेश भेज दिया है.
राज्यसभा सांसद ने कहा गांवों में फैला है मानव तस्करी नेटवर्क
यह महिला मंगलवार को सुल्तानपुर लोधी आई और उसे सुरक्षित वापस लाने में मदद के लिए सीचेवाल का धन्यवाद किया. सीचेवाल ने महिला को साहस का प्रतीक बताया, जिसने अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी. उन्होंने अन्य फंसी हुई लड़कियों से भी साहस जुटाने और अपनी आवाज उठाने का आग्रह किया. उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के मानव तस्करी नेटवर्क ग्रामीण क्षेत्रों में खतरनाक रूप से फैल गए हैं, जिससे गरीब लड़कियों को विदेश में नरक में धकेला जा रहा है.
राज्यसभा सदस्य ने सरकार से विदेशों में नौकरी की आड़ में चल रहे ऐसे रैकेट के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की भी अपील की. उन्होंने कहा कि अब तक लौटी प्रत्येक लड़की ने पुष्टि की है कि कई अन्य लड़कियां अभी भी वहां फंसी हुई हैं, जो इस बात का स्पष्ट संकेत है कि यह रैकेट कितना व्यापक और संगठित हो गया है. सीचेवाल ने कहा, ‘‘यह सिर्फ एक लड़की की कहानी नहीं है, बल्कि उन सभी भारतीय बेटियों की कहानी है जो एजेंट के झूठे वादों के झांसे में आ रही हैं और खाड़ी देशों में दुर्व्यवहार का शिकार हो रही हैं.''
इस बीच, एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे अनधिकृत एजेंट के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए शिकायतकर्ता से संपर्क करेंगे ताकि उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके.
ये भी पढ़ें: ब्राजील ड्रग वॉर: कोकेन, पावर और करप्शन... रियो की घनी बस्तियों में छिपा ड्रग कार्टेल का खतरनाक राज
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं