पंजाब में बड़े से बड़े दिग्गज चुनाव हार गए हैं (फाइल फोटो)
चंडीगढ़:
पंजाब में नेताओं ने दावा भले ही कुछ किया हो, लेकिन मतदाताओं के आगे किसी की दाल नहीं गली. वर्तमान सरकार के 10 मंत्रियों को यहां की जनता के कड़ा सबक सिखाया है.
पंजाब की सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गठबंधन सरकार के मौजूदा 10 मंत्री चुनाव हार गए हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के दामाद आदर्श प्रताप सिंह कैरोन, बीजेपी के सुरजीत कुमारी ज्यानी और अनिल जोशी भी चुनाव हार गए हैं. बीजेपी के दो मंत्री चुन्नी लाल भगत और मदन मोहन मित्तल ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा. भगत के पुत्र भी चुनाव हार गए.
अकाली दल के जो मंत्री चुनाव हार गए हैं, उनमें कैरोन, गुलजार सिंह रानिके, सोहन सिंह थंडल, जानमेजा सिंह सेखोन, तोता सिंह, सिकंदर सिंह मालुका, सुरजीत सिंह राखड़ा और दलजीत सिंह चीमा हैं. पंजाब के मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल सहित 18 मंत्री हैं.
अकाली दल-भाजपा गठबंधन सिर्फ 17 सीटों पर ही जीत दर्ज पाया.
पंजाब की सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गठबंधन सरकार के मौजूदा 10 मंत्री चुनाव हार गए हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के दामाद आदर्श प्रताप सिंह कैरोन, बीजेपी के सुरजीत कुमारी ज्यानी और अनिल जोशी भी चुनाव हार गए हैं. बीजेपी के दो मंत्री चुन्नी लाल भगत और मदन मोहन मित्तल ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा. भगत के पुत्र भी चुनाव हार गए.
अकाली दल के जो मंत्री चुनाव हार गए हैं, उनमें कैरोन, गुलजार सिंह रानिके, सोहन सिंह थंडल, जानमेजा सिंह सेखोन, तोता सिंह, सिकंदर सिंह मालुका, सुरजीत सिंह राखड़ा और दलजीत सिंह चीमा हैं. पंजाब के मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल सहित 18 मंत्री हैं.
अकाली दल-भाजपा गठबंधन सिर्फ 17 सीटों पर ही जीत दर्ज पाया.
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