पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने गुरुवार को सीमा सुरक्षा बल (BSF) मामले में आरोपों को लेकर राज्य की नई कैबिनेट के मंत्री परगट सिंह (Pargat Singh)पर निशाना साधा. उन्होंने परगट के आरोपों को हास्यास्पद और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कवायद करार दिया. परगट को पंजाब के प्रमुख कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू का करीबी माना जाता है. पंजाब के सीएम पद से पिछले माह इस्तीफा देने वाले अमरिंदर ने इस मौके पर सिद्धू को भी आड़े हाथ लिया.केंद्र ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अधिकारियों को पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में अंतरराष्ट्रीय सीमा (भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश ) से 50 किलोमीटर के दायरे में तलाशी लेने, जब्ती करने और गिरफ्तार करने की शक्ति दे दी है. यानी कि अब मजिस्ट्रेट के आदेश और वॉरंट के बिना भी बीएसएफ इस अधिकार क्षेत्र के अंदर गिरफ्तारी और तलाशी अभियान जारी रख सकता है.
‘This is the height of irresponsibility from a state minister. You and @sherryontopp are clearly birds of the same feather, with nothing better to do than cook up ridiculous stories for cheap publicity.': @capt_amarinder to Pargat Singh @INCPunjab @INCIndia https://t.co/DUO1bh9hb3
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 14, 2021
गृह मंत्रालय का दावा है कि सीमा पार से हाल ही में ड्रोन से हथियार गिराए जाने की घटनाओं को देखते हुए बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में विस्तार करने का कदम उठाया गया है. न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, इस मुद्दे पर कमेंट करते हुए परगट ने कहा था, 'मेरा हमेशा से मानना रहा है कि कैप्टन केवल बीजेपी के साथ हैं. इससे पहले वे धान खरीदी में देर के लिए दिल्ली गए थे और अब यह....यदि आप पंजाब में बीएसएफ की तैनाती कर रहे तो यह राष्ट्रपति शासन लगाने की आपकी मंशा को दर्शाता है. '
‘Our soldiers are being killed in Kashmir. We're seeing more & more weapons & drugs being pushed by Pak-backed terrorists into Punjab. BSF's enhanced presence & powers will only make us stronger. Let's not drag central armed forces into politics': capt_amarinder 1/2
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 13, 2021
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परगट सिंह के यह आरोप अमरिंदर की ओर से बीएसएफफ संबंधी केंद्र सरकार के कदम का स्वागत करने के बाद सामने आए थे. कैप्टन ने कहा था कि बीएसएफ की बढ़ती उपस्थिति पंजाब को मजबूत बनाएगी और केंद्रीय सशस्त्र बलों को राजनीति में नहीं घसीटा जाना चाहिए. गृह मंत्रालय का दावा है कि यह फैसला 10 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए लिया गया है. वैसे, केंद्र के इस कदम के बाद राज्य की स्वायत्तता पर बहस शुरू हो गई है. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र के इस कदम का विरोध किया है.
I strongly condemn the GoI's unilateral decision to give additional powers to BSF within 50 KM belt running along the international borders, which is a direct attack on the federalism. I urge the Union Home Minister @AmitShah to immediately rollback this irrational decision.
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) October 13, 2021
पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने ट्वीट कर कहा था, "मैं अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगे 50 किलोमीटर के दायरे में बीएसएफ को अतिरिक्त अधिकार देने के सरकार के एकतरफा फैसले की कड़ी निंदा करता हूं, जो संघवाद पर सीधा हमला है. मैं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस तर्कहीन फैसले को तुरंत वापस लेने का आग्रह करता हूं."
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