एशियाई कप में एक भी गोल किये बिना और एक भी मैच जीते बिना लौटी भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमक ने स्वीकार किया कि उनकी टीम को ऐसे खिलाड़ियों की जरुरत है जो विरोधी गोल के सामने आत्मविश्वास से खेल सकें. यह किसी से छिपा नहीं है कि भारत के पास 39 वर्ष के सुनील छेत्री के अलावा कोई बेहतरीन स्ट्राइकर नहीं है. स्टिमक ने सीरिया से 0-1 से मिली हार के बाद कहा, ‘गोल तभी होंगे जब टीम में गोल करने वाले खिलाड़ी होंय ऐसे खिलाड़ी जिनके पास गोल के सामने आत्मविश्वास हो.'
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उन्होंने कहा, ‘टीम ने गोल करने के कई मौके बनाये. आपको भी पता है कि हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल क्यो नहीं कर पा रहे हैंय जब हमारे पास क्लब स्तर पर सेंटर फॉरवर्ड के रूप में भारतीय खिलाड़ी होंगे, तभी हम राष्ट्रीय टीम के लिये भी अधिक गोल कर सकेंगे.'
उन्होंने कहा, ‘इसलिये यह सवाल मेरे सामने नहीं, कहीं और उठाने चाहिये' उनका इशारा इंडियन सुपर लीग क्लबों में सेंटर फॉरवर्ड के तौर पर भारतीय खिलाड़ियों के नहीं होने पर था. भारतीय कोच का बयान एशिया फुटबॉल कप में भारत के बहुत ही खराब प्रदर्शन के बाद आया है. प्रतियोगिता में जहां भारत लगातार तीन मुकाबले हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गया, तो वहीं उसे अपने से कम रैंकिंग वाली टीम सीरिया के हाथों भी हार का मुंह देखना पड़ा.
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