रायगढ़:
महाराष्ट्र के ऐतिहासिक समुद्री शहर मुरुड के समुद्र तट मुरूड-जंजीरा बीच पर हादसा दिल दहला देनेवाला है। सोमवार को यहां डूबने से 14 छात्रों की जान चली गई। पुणे के कैंप इलाके में स्थित आबेदा इनामदार कॉलेज के 18 छात्र मुरुड में पिकनिक मनाने पहुंचे थे। सभी छात्र कंप्यूटर साइंस के स्नातक कोर्स की पढ़ाई कर रहे थे।
इन छात्रों की उम्र 18-20 साल बताई गई है। ये लोग पुणे के इनामदार कॉलेज के बीएससी और बीसीए कंप्यूटर साइंस के विद्यार्थी थे। एक छात्र अब भी लापता है और उसकी तलाश जारी है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, 'मुरड की घटना के बारे में सुनकर बहुत दुखी और स्तब्ध हूं, जिसमें 14 छात्रों की जान चली गई।' उन्होंने कहा, 'कलेक्टर को सभी विद्यार्थियों का ध्यान रखने को कहा है। उन्होंने बताया कि 14 शव मिल गए हैं। पांच लड़कियों की जान बचा ली गई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि तटरक्षक ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। एक छात्र अब भी लापता है। वहां ईनामदार कॉलेज, पुणे के 116 छात्र, आठ शिक्षक और तीन कर्मचारी थे।
वीडियो देखें : पिकनिक मनाने गए 14 कॉलेज स्टूडेंट समुद्र में डूबे
कॉलेज के ट्रस्टी एसए इनामदार ने पुणे में संवाददाताओं को बताया कि हादसे की खबर मिलते ही कॉलेज ने तुरंत 20 लोगों की टीम सहायता के लिए मुरुड रवाना की है। कॉलेज ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि छात्रों को समंदर के किनारे पिकनिक के लिए जरूरी एहतियात के बारे में सूचना दी गई थी या नहीं।
दूसरी तरफ नेवी और कोस्ट गार्ड ने लापता हुए छात्रों की खोजबीन के लिए संयुक्त अभियान छेड़ दिया है। इस अभियान में रेस्क्यू बोट के साथ चेतक हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल भी किया जा रहा है।
कोंकण के तटवर्तीय इलाके का मुरुड ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है। यहां बना जंजीरा किला और समुद्र किनारे का नजारा देखने हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। इनामदार कॉलेज के कुल 112 छात्र पिकनिक मनाने मुरुड गए थे। इन छात्रों में से कुछ तवसलकर वाड़ी के पीछे के हिस्से में तैरने के लिए समुद्र में उतरे। गौरतलब है कि यह किनारा अत्यंत खतरनाक बताया जाता है। पिछले साल के अगस्त महीने में भी यहां पर 6 पर्यटकों की डूबने से मौत हुई थी।
स्थानीय पत्रकार संजय कराडे ने NDTV इंडिया को बताया कि छात्रों को ऐसे खतरनाक इलाके में पानी में उतरा देख स्थानीय तांगे वाले ने आगाह भी किया। लेकिन छात्रों में उसकी एक न सुनी। आखिर दोपहर 3 बजकर 30 मिनट के आसपास कुछ छात्र हादसे का शिकार हो गए।
हादसे का इलाका मुरुड नगरपरिषद की निगरानी में आता है। यहां होते हादसों को ध्यान में रखकर न कोई नोटिस लगाई गई है न ही जीवरक्षक तैनात किए गए हैं। छात्रों के शव मुरुड ग्रामीण अस्पताल में रखे गए हैं।
इन छात्रों की उम्र 18-20 साल बताई गई है। ये लोग पुणे के इनामदार कॉलेज के बीएससी और बीसीए कंप्यूटर साइंस के विद्यार्थी थे। एक छात्र अब भी लापता है और उसकी तलाश जारी है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, 'मुरड की घटना के बारे में सुनकर बहुत दुखी और स्तब्ध हूं, जिसमें 14 छात्रों की जान चली गई।' उन्होंने कहा, 'कलेक्टर को सभी विद्यार्थियों का ध्यान रखने को कहा है। उन्होंने बताया कि 14 शव मिल गए हैं। पांच लड़कियों की जान बचा ली गई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।'
Extremely saddened & shocked to know about the Murud incident where 14 students lost their lives. My deepest condolences to the families.
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) February 1, 2016
Instructed the Collector to take care of all students.He informed that 14 bodies recovered,saved lives of 5 girls & are being hospitalised.
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) February 1, 2016
मुख्यमंत्री ने कहा कि तटरक्षक ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। एक छात्र अब भी लापता है। वहां ईनामदार कॉलेज, पुणे के 116 छात्र, आठ शिक्षक और तीन कर्मचारी थे।
वीडियो देखें : पिकनिक मनाने गए 14 कॉलेज स्टूडेंट समुद्र में डूबे
कॉलेज के ट्रस्टी एसए इनामदार ने पुणे में संवाददाताओं को बताया कि हादसे की खबर मिलते ही कॉलेज ने तुरंत 20 लोगों की टीम सहायता के लिए मुरुड रवाना की है। कॉलेज ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि छात्रों को समंदर के किनारे पिकनिक के लिए जरूरी एहतियात के बारे में सूचना दी गई थी या नहीं।
दूसरी तरफ नेवी और कोस्ट गार्ड ने लापता हुए छात्रों की खोजबीन के लिए संयुक्त अभियान छेड़ दिया है। इस अभियान में रेस्क्यू बोट के साथ चेतक हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल भी किया जा रहा है।
कोंकण के तटवर्तीय इलाके का मुरुड ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है। यहां बना जंजीरा किला और समुद्र किनारे का नजारा देखने हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। इनामदार कॉलेज के कुल 112 छात्र पिकनिक मनाने मुरुड गए थे। इन छात्रों में से कुछ तवसलकर वाड़ी के पीछे के हिस्से में तैरने के लिए समुद्र में उतरे। गौरतलब है कि यह किनारा अत्यंत खतरनाक बताया जाता है। पिछले साल के अगस्त महीने में भी यहां पर 6 पर्यटकों की डूबने से मौत हुई थी।
स्थानीय पत्रकार संजय कराडे ने NDTV इंडिया को बताया कि छात्रों को ऐसे खतरनाक इलाके में पानी में उतरा देख स्थानीय तांगे वाले ने आगाह भी किया। लेकिन छात्रों में उसकी एक न सुनी। आखिर दोपहर 3 बजकर 30 मिनट के आसपास कुछ छात्र हादसे का शिकार हो गए।
हादसे का इलाका मुरुड नगरपरिषद की निगरानी में आता है। यहां होते हादसों को ध्यान में रखकर न कोई नोटिस लगाई गई है न ही जीवरक्षक तैनात किए गए हैं। छात्रों के शव मुरुड ग्रामीण अस्पताल में रखे गए हैं।
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