
नाथूराम गोडसे (फाइल फोटो)
ग्वालियर:
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हिंदू महासभा के कार्यालय में स्थापित की गई महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की मूर्ति को प्रशासन ने हटा दिया है. महासभा को पहले एडीएम ने नोटिस दिया था. मंगलवार को कार्रवाई के लिए कलेक्टर ने एक घंटे की मोहलत दी, जिसके बाद दफ्तर के दरवाजे पर लगे ताले को तोड़कर प्रशासन ने वहां से मूर्ति हटा दी.
ग्वालियर में हिंदू महासभा ने जब नाथूराम गोडसे का मंदिर बनवाया तो उसके खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया था. शहर के दौलतगंज इलाके में 80 सालों से महासभा का दफ्तर है, जहां गोडसे ने 1947 में 7 दिन बिताए थे. महासभा ने गोडसे के मंदिर के लिये जमीन और अनुमति मांगी थी लेकिन प्रशासन ने इंकार कर दिया. इतना ही नहीं, मंदिर बनने के बाद महासभा को कारण बताओ नोटिस जारी कर सवाल भी पूछे गये थे.
यह भी पढ़ें - ग्वालियर में गोडसे का मंदिर बनाए जाने को बीजेपी ने अभिव्यक्ति की आजादी कहा
हिन्दू महासभा ने मूर्ति को हटाने से इनकार करते हुए ईंट से ईंट बजा देने की धमकी थी, लेकिन प्रशासन की कार्रवाई के दौरान ऐसे हालात नहीं बने. महासभा ने इस मामले में अब कोर्ट जाने की भी बात कही है.
VIDEO: गोडसे के मंदिर पर बढ़ा बवाल
ग्वालियर में हिंदू महासभा ने जब नाथूराम गोडसे का मंदिर बनवाया तो उसके खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया था. शहर के दौलतगंज इलाके में 80 सालों से महासभा का दफ्तर है, जहां गोडसे ने 1947 में 7 दिन बिताए थे. महासभा ने गोडसे के मंदिर के लिये जमीन और अनुमति मांगी थी लेकिन प्रशासन ने इंकार कर दिया. इतना ही नहीं, मंदिर बनने के बाद महासभा को कारण बताओ नोटिस जारी कर सवाल भी पूछे गये थे.
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हिन्दू महासभा ने मूर्ति को हटाने से इनकार करते हुए ईंट से ईंट बजा देने की धमकी थी, लेकिन प्रशासन की कार्रवाई के दौरान ऐसे हालात नहीं बने. महासभा ने इस मामले में अब कोर्ट जाने की भी बात कही है.
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