
- श्रीलंका के उत्तर पश्चिमी जंगल में स्थित एक बौद्ध मठ के पास केबल संचालित ट्रेन पलटने से सात लोगों की मौत हुई
- हादसे में महाराष्ट्र के वर्धा जिले के तलेगांव के प्रफुल्ल वाकडेरे सहित सात बौद्ध साधुओं की जान गई है
- दुर्घटना बुधवार रात ना उयाना आरण्य सेनासनाया मठ के निकट हुई
श्रीलंका में एक केबल संचालित ट्रेन के पलटने से हादया हो गया है. इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से एक भारत के महाराष्ट्र के वर्धा का नागरिक था. जानकारी के मुताबिक उत्तर पश्चिमी श्रीलंका में एक जंगल में स्थित मठ में केबल से संचालित रेलगाड़ी के पलटने से यह हादसा हुआ.
यह घटना बुधवार रात को ना उयाना आरण्य सेनासनाया में हुई, जो कोलंबो से करीब 125 किलोमीटर दूर निकावेरेटिया में स्थित एक प्रसिद्ध बौद्ध मठ है. यह मठ अपने ध्यान शिविरों के लिए प्रसिद्ध है और दुनिया भर से साधकों को आकर्षित करता है.
वर्धा स्थित तलेगांव मानव विकास साधना आश्रम के प्रफुल्ल वाकडेरे, जो एक वर्ष के लिए धम्म विनय साधना में गए थे, उनका निधन हो गया है. सरकार से तलेगांव और उसके आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों ने शव को भारत लाने की मांग की है.
बुधवार रात को साधना के लिए जाते वक्त 13 साधक दुर्घटना का शिकार हो गए और उनमें से 7 की मौत हो गई. उत्तर पश्चिमी श्रीलंका में एक जंगल में स्थित मठ में केबल से संचालित ट्रेन पलटने से एक भारतीय समेत 7 बौद्ध भिक्षुओं की मौत हो गई.
इस हादसे में 6 अन्य घायल भी हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, केबल टूट गई थी जिसके कारण ट्रेन तेज गति से नीचे की ओर लुढ़क गई और पटरी से उतरकर एक पेड़ से टकराने के बाद पलट गई.
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