
- नागपुर में पशु विज्ञान और मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने 5001 अंडों की भुर्जी बना विश्व रिकॉर्ड बनाया
- इस आयोजन का उद्देश्य लोगों को अंडे खाने के प्रति आकर्षित कर प्रोटीन के लिए एगेटेरियन बनने का संदेश देना था
- 8 फीट बाय 8 फीट की कड़ाही में 5001 अंडों के साथ 50 लीटर तेल, 10 किलो क्रीम और अन्य सामग्री का उपयोग किया गया
अंडों को प्रोटीन का पावर हाउस कहा जाता है. हालांकि, हमारे देश का अंडा उत्पादन में दुनिया में दूसरा स्थान है, फिर भी इसका सेवन बहुत कम मात्रा में होता है. अंडे खाने के प्रति लोगों को आकर्षित करने के लिए आज नागपुर में 5001 अंडों की भुर्जी बनाकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया गया. लोगों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर चटकारे लेते हुए कुछ ही घंटों में पांच हजार अंडों की भुर्जी चट कर दी. महाराष्ट्र पशु विज्ञान और मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने शेफ विष्णु मनोहर के साथ मिलकर नागपुर वेटरिनरी कॉलेज के कैंपस में बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के लिए इस आयोजन को सफलतापूर्वक पूर्ण किया.
कई युवा 'एगेटेरियन' बने
कॉलेज के कुलगुरु डॉ. नितिन पाटिल ने एनडीटीवी को बताया, 'इस आयोजन के जरिए, हम 'अंडे वेज हैं, नॉन वेज नहीं, प्रोटीन के लिए एग्टरियन बनें' यह संदेश देना चाहते हैं. आज यहां कई युवा 'एगेटेरियन' बने हैं. यही हमारी सफलता है. भुर्जी अच्छा व्यंजन है और अंडों के सेवन का लोकप्रिय तरीका भी. लिहाजा हमने इसे चुना है.' वहीं, कॉलेज छात्रा शौर्या देशमुख ने बताया, 'मुझे आज पता चला कि ऐसे अंडों में नर का अंश नहीं मिलता, अतः वे नॉन फर्टाइल होते हैं. आज मैंने पहली बार अंडा भुर्जी खाई है. हमें प्रोटीन के लिए सोच बदलनी होगी. हमारी युवा पीढ़ी कह रही है कि अब 'एगेटेरियन' (Eggetarian) बनेंगे!'

शेफ विष्णु मनोहर का 30वां वर्ल्ड रिकॉर्ड
इस तरह के आयोजनों के लिए विख्यात महाराष्ट्र के मशहूर शेफ विष्णु मनोहर ने कहा कि यह मेरा 30 वां विश्व रिकॉर्ड है. इसके पूर्व भारतीय व्यंजन तथा खाद्य पदार्थों को लेकर सबसे बड़ा पराठा, सर्वाधिक डोसे ऐसे कई विश्व रिकॉर्ड्स बनाए हैं. आज नया विश्व रिकॉर्ड बना है. यह मेरे लिए एक बोनस है. सबसे अहम बात यह कि आज आई भीड़ से साफ है, लोगों में जागरूकता लाने में हम सफल हुए हैं.'
5001 अंडों की भुर्जी 8 फीट बाय 8 फीट की कड़ाही में बनाई गई. इसमें क्या-क्या डाला गया, उसकी सूची भी दांतों तले उंगलियां दबाने विवश कर देती है.
- 5001 अंडे (3 हजार लीटर)
- 50 लीटर तेल
- 10 किलो क्रीम
- 125 किलो प्याज
- 75 किलो टमाटर
- 15 किलो अदरक
- 50 किलो हरी मिर्च,
- 50 किलो लहसुन
- 50 किलो संभार
- 5 किलो हल्दी और
- 5 किलो नमक
कुलगुरु डॉ पाटिल ने कहा कि भारतीयों में प्रोटीन की कमी पुरानी समस्या रही है और उसे दूर करने के उपाय के तौर पर अंडों को बढ़ावा देने, ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने, महाराष्ट्र पशु विज्ञान और मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय पहल करेगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं