- महाराष्ट्र के लातूर जिले में मूसलाधार बारिश हुई है, जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है.
- एक किसान अपनी फसल को देखकर इस कदर व्यथित हो गया कि उसने रोते हुए कहा कि सब बर्बाद हो गया.
- फसल बर्बादी देख किसान को बड़ा सदमा लगा और वह अपनी फसल के पास आए पानी में ही लेट गया.
देश से दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून की आधिकारिक तौर पर विदाई हो गई है, लेकिन कई जगहों पर बारिश अब भी कहर बरपा रही है. महाराष्ट्र के लातूर जिले में मूसलाधार बारिश हुई है, जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है. किसानों ने हाल ही में सोयाबीन की फसल का ढेर लगा रखा था. हालांकि अचानक से आई तेज बारिश के कारण सोयाबीन के ढेर पानी में बह गए हैं. एक किसान अपनी फसल को देखकर इस कदर व्यथित हो गया कि उसने रोते हुए कहा कि सब बर्बाद हो गया, अब जीऊं कैसे.
मॉनसून के मौसम में अत्यधिक बारिश से पहले ही किसान परेशान थे, अब अचानक से आई बारिश ने उनके सामने नया संकट खड़ा कर दिया है.

इस तरह झलका किसान का दर्द
लातूर में सोयाबीन की फसल बर्बाद होने के बाद एक किसान का दर्द झलक पड़ा. सोयाबीन की फसल के पास खड़े होकर किसान ने रोते हुए अपनी आपबीती बताई और अपना दर्द साझा किया. फसल बर्बादी देख किसान को बड़ा सदमा लगा और वह अपनी फसल के पास आए पानी में ही लेट गया.

किसान ने रोते हुए बयां की पीड़ा
किसान ने रोते हुए कहा, "अब मैं क्या करूं? अब मैं क्या करूं रे? सरकार ने केवल मौखिक घोषणाएं की, जमीन पर कोई सहायता नहीं मिली. भयावह वर्षा हुई, दीपावली बर्बाद हो गई. सब बर्बाद, अब जीऊं कैसे रे, अब जीऊं कैसे."
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं