
ऋषभ पंत की शनिवार की पारी में लोगों को दिल जीत लिया था (फाइल फोटो)
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
पिता के निधन के बाद इंग्लैंड लौटकर सचिन ने बनाया था वर्ल्डकप में शतक
विराट कोहली ने कर्नाटक के खिलाफ दिल्ली को हार से बचाया था
पिता का अंतिम संस्कार करके लौटे ऋषभ ने शनिवार को बनाए थे 57 रन
बेंगलुरू का चिन्नास्वामी स्टेडियम भी इसी तरह की घटना का गवाह बना, सभी ने इसे देखा. कोई नहीं जानता कि दिल्ली के बाएं हाथ के बल्लेबाज ऋषभ पंत का करियर एक दशक बाद कैसा होगा लेकिन जहां तक मजबूत जज्बा दिखाने की बात है तो उन्होंने दिखा दिया कि वह इसमें सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के बराबर हैं. इस युवा खिलाड़ी के लिये अपने पिता का अंतिम संस्कार करके टी20 मैच के लिये टीम से जुड़ना आसान नहीं था. ऋषभ को बातचीत करना, हंसना, मजाक करना पसंद है, लेकिन बीती रात इस लड़के के चेहरे पर कोई भाव नहीं थे और वह दिल्ली डेयरडेविल्स के लिये रायल चैलेंजर बेंगलूर के खिलाफ आईपीएल मैच के लिये क्रीज पर था. पंत ने 57 रन बनाये लेकिन वह टीम को हार से नहीं बचा सका.
इस युवा खिलाड़ी के लिए जिंदगी 48 घंटे में बदल गई. ब्रिस्टल में जब तेंदुलकर सुबह बल्लेबाजी के लिये उतरे थे तो दूसरे छोर पर उनके साथ राहुल द्रविड़ थे. संयोग देखिए कि वही द्रविड़ ऋषभ के कोच के तौर पर कल डगआउट में बैठे थे. ऋषभ ने अपने 50 रन का भी जश्न नहीं मनाया. अर्धशतक पूरा करने के बाद पारी के आखिरी ओवर में वे पवन नेगी की गेंद पर बोल्ड हो गए और इसके साथ ही दिल्ली की चुनौती ने 'दम' तोड़ दिया. (भाषा से इनपुट)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं