पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को उस नर्स को सरकारी नौकरी और कृत्रिम हाथ लगाये जाने का आश्वासन दिया, जिसका हाथ उसके पति द्वारा कथित तौर पर काट दिया गया था. बनर्जी ने केतुग्राम के चिनीसपुर की नर्स रेणु खातून को यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनके कटे हुए दाहिने हाथ के इलाज पर होने वाले सभी खर्च वहन करेगी.
बनर्जी ने कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव एच के द्विवेदी को यह पता लगाने का निर्देश दिया है कि स्वास्थ्य साथी कार्ड होने के बावजूद खातून को 57,000 रुपये क्यों खर्च करने पड़े.
बनर्जी द्वारा शुरू किया गया स्मार्ट कार्ड, अस्पतालों में प्रति परिवार प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक नकद रहित उपचार सुविधा प्रदान करता है. बनर्जी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम रेणु खातून (नर्स) के लिए तीन काम कर रहे हैं. चूंकि वह नर्सिंग परीक्षा में पैनल में 22 वें नंबर पर थी और अब उसका दाहिना हाथ नहीं है, हम उसे एक नौकरी की पेशकश करेंगे जो वह बैठे-बैठे हुए कर सकती है.''
उन्होंने कहा, ‘‘हम कृत्रिम हाथ प्रदान करके भी उसकी मदद करेंगे. इसके अलावा, राज्य उसके इलाज पर हुए सभी खर्च वहन करेगी. उसे सरकार का स्वास्थ्य साथी कार्ड होने के बावजूद 57,000 रुपये का भुगतान करना पड़ा और यह स्वीकार नहीं है. मैंने मुख्य सचिव से इसका कारण पता लगाने को कहा है.''
स्तब्ध कर देने वाली एक घटना में, 23 वर्षीय रेणु खातून के पति, उसके दो दोस्तों और उसके सास-ससुर ने रविवार को पूर्वी बर्धमान जिले स्थित उसके ससुराल में परोक्ष तौर पर उसे सरकारी अस्पताल में नर्स के रूप में काम करने से रोकने के लिए कथित तौर पर उसके साथ मारपीट की और उसका दाहिना हाथ काट दिया.
पुलिस ने नर्स के पिता अजीजुल हक की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने रेणु के सास- ससुर और पति को गिरफ्तार कर लिया है.
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