Weather Update: उत्तर और मध्य भारत का बड़ा हिस्सा भीषण गर्मी की चपेट में है. राजस्थान के चुरू और हरियाणा के सिरसा में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, जबकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पारा इस मौसम के सामान्य से नौ डिग्री ऊपर दर्ज किया गया.
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में कम से कम तीन मौसम केंद्रों पर अधिकतम तापमान 49 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया. इनमें मुंगेशपुर और नरेला में 49.9 डिग्री और नजफगढ़ में 49.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. यह इस मौसम में राजधानी में दर्ज किया गया सबसे अधिक तापमान था. हालांकि, मुंगेशपुर और नरेला में 2022 में मौसम केंद्र स्थापित किया गया था और उनके पास केवल पिछले तीन वर्ष का रिकॉर्ड है.
छिटपुट बारिश का अनुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि कम से कम अगले दो दिनों तक भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. मौसम विज्ञानियों ने कहा कि बृहस्पतिवार को भारत के उत्तर-पश्चिम हिस्सों में एक नये पश्चिमी विक्षोभ की संभावना है, जिससे सप्ताहांत में क्षेत्र में छिटपुट बारिश हो सकती है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने मई के उत्तरार्ध के दौरान पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति को उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में लू की स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया. पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर के ऊपर बनने वाली अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय मौसम प्रणालियां हैं और पश्चिम से पूर्व की ओर बढ़ती हैं.
कई राज्यों में लू की स्थिति
आईएमडी ने कहा, ‘‘आज, राजस्थान, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली के अधिकांश हिस्सों, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कई हिस्सों और बिहार और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लू चलने की स्थिति बनी हुई है.'
इसमें कहा गया है कि विदर्भ के कई इलाकों, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति भी बनी रही.
मौसम कार्यालय ने कहा कि अगले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में अलग-अलग हिस्सों में रात में भी गर्मी का प्रकोप जारी रहने की संभावना है. भीषण गर्मी के कारण हरियाणा सरकार ने सरकारी और निजी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां मंगलवार तक के लिए बढ़ा दी हैं.
बिजली और पानी की कमी
भीषण गर्मी के चलते बिजली की मांग बढ़ गई है और कई हिस्सों में बिजली और पानी की कमी पैदा हो गई है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कि भारत के 150 प्रमुख जलाशयों में पानी का भंडारण पिछले सप्ताह उनके कुल भंडारण का केवल 24 प्रतिशत रह गया, जिससे कई राज्यों में पानी की कमी बढ़ गई और जलविद्युत उत्पादन पर असर हुआ है.
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