"हमने लालफीताशाही को रेड कार्पेट में बदल दिया..": BRICS बिजनेस फोरम में PM मोदी

पीएम मोदी ने देश में खुल रहे निवेश के नए अवसरों की ओर इशारा करते हुए कहा, "पिछले वर्षों में हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी हुई है. रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्रों को निजी क्षेत्र के लिए खोल दिया गया है."

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स (BRICS) बिजनेस फोरम को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने भारत को निवेश के लिए एक स्वागत योग्य स्थान बताते हुए कहा कि देश की खतरनाक लालफीताशाही अब 'रेड कार्पेट' में बदल गई है. ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पीएम ने कहा कि उनकी सरकार एक नए भारत की नींव रख रही है.

9 सालों में लोगों की आय लगभग दोगुनी हुई- पीएम मोदी
पीएम ने अपने संबोधन में कहा, "आज, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है. पिछले 9 सालों में, लोगों की आय लगभग दोगुनी हो गई है. भारत में हर जगह UPI का उपयोग किया जा रहा है. सबसे अधिक डिजिटल लेनदेन भारत में होता है. भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है."

देश में खुल रहे निवेश के नए अवसरों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, "पिछले वर्षों में हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी हुई है. रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्रों को निजी क्षेत्र के लिए खोल दिया गया है."

प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत आने वाले सालों में पूरी दुनिया की वृद्धि का इंजन बनेगा. उनकी सरकार ने मिशन के रूप में सुधारों को आगे बढ़ाया है, जिससे देश में कारोबार सुगमता की स्थिति बेहतर हुई है. भारत जल्द ही पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था होगा.

पीएम ने कहा, "भारत के लोगों ने 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्प लिया है. मैं आप सभी को भारत की विकास यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं. कोविड महामारी ने हमें लचीला और समावेशी आपूर्ति शृंखला के महत्व को सिखाया है. इसके लिए आपसी विश्वास और पारदर्शिता बहुत ही महत्वपूर्ण है. हम एक दूसरे की ताकतों को जोड़कर पूरे विश्व, खासतौर पर ग्लोबल साउथ के कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं."

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प्रधानमंत्री मोदी इस समय ब्रिक्स समूह के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर हैं. ब्राजील, रूस, भारत, चीन एवं दक्षिण अफ्रीका की सदस्यता वाले समूह ब्रिक्स का ये वर्ष 2019 के बाद पहला ऐसा सम्मेलन है, जिसमें सभी नेता व्यक्तिगत रूप से शामिल हो रहे हैं. वर्ष 2020 के समय से कोविड-19 महामारी के कारण ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन ऑनलाइन हो रहा था.