राजस्थान में एक ही दिन में राजे और पूनिया की रैलियां; पार्टी का अंदरूनी कलह से इनकार

सालासर बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद राजे ने जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और लोगों से भाजपा को वोट देकर सत्ता में लाने का आह्वान करते हुए अपने कार्यकाल में भाजपा सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला. 

राजस्थान में एक ही दिन में राजे और पूनिया की रैलियां; पार्टी का अंदरूनी कलह से इनकार

भाजपा के कद्दावर नेताओं की रैलियों को शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है. (फाइल)

जयपुर :

राजस्थान विधानसभा चुनावों से कुछ ही महीने पहले शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश में भाजा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने परीक्षा पर्चा लीक को लेकर विशाल रैलियां निकालीं. भारतीय जनता पार्टी के राज्य के दोनों कद्दावर नेताओं की इन रैलियों को शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, राज्य में पार्टी के नेताओं द्वारा शक्ति प्रदर्शन के बीच भाजपा के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि एक दिन में एक से ज्यादा कार्यक्रमों का आयोजन कोई बड़ी बात नहीं है और साफ-साफ कहा कि भाजपा में कोई अंदरूनी कलह नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा एकजुट है. यह कांग्रेस है जो टूट चुकी है. कांग्रेस नेता एक-दूसरे को निशाना बनाते हैं.''

चुरू के प्रसिद्ध सालासर बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद राजे ने जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की कांग्रेस नीत सरकार पर निशाना साधा और लोगों से भाजपा को वोट देकर सत्ता में लाने का आह्वान करते हुए अपने कार्यकाल में भाजपा सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला. 

वसुंधरा राजे के समर्थकों का कहना है कि वह हर साल अपने जन्मदिन.. आठ मार्च.. पर धार्मिक आयोजन करती हैं लेकिन इस साल उस दिन ‘होली' का त्योहार होने के कारण जन्मदिन के कार्यक्रम पहले किए जा रहे हैं. 

राजे के कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व मंत्री राजपाल सिंह, यूनुस खान, चूरू से सांसद राहुल कस्वां, जयपुर से सांसद रामचरण बोहरा, विधायक कालीचरण सराफ, दीप्ति माहेश्वरी, प्रताप सिंह सिंघवी सहित पार्टी के कई नेता मौजूद रहे. 

जयपुर में पार्टी कार्यालय के बाहर और राजधानी शहर के विभिन्न स्थानों पर राजे को उनके जन्मदिन पर बधाई देने वाले पोस्टर दिखाई दिए. पोस्टरों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की तस्वीरें थीं. 

वहीं, जयपुर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर सहित अन्य नेताओं ने भाजपा के प्रदेश प्रभारी व राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की मौजूदगी में पेपर लीक की घटनाओं के विरोध में कांग्रेस सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकाला. 

विरोध मार्च का आयोजन भारतीय जनता युवा मोर्चा ने किया था. मार्च से पहले सतीश पूनिया और अरुण सिंह सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने पार्टी कार्यालय के बाहर बनाए गए मंच से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. 

वहीं, दिन में राजे ने अपने बेटे व झालावाड़-बारां के सांसद दुष्यंत सिंह सहित अन्य लोगों के साथ सालासर बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना की. 

जनसभा को संबोधित करते हुए राजे ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में और राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के नेतृत्व में संगठन के सिपाही के रूप में हमारी विचारधारा की मशाल को लेकर चल रही हूं और आपको साथ लेकर बढ़ रही हूं.''

उन्होंने कहा, ‘‘बालाजी की आस्था और आपके आर्शीवाद का जो दीप जलाया है वो किसी आंधी और तूफान से मिट नहीं सकता है.. चाहे वो कितनी भी कोशिश करलें.''

कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की खींचतान ने राज्य को पीछे धकेल दिया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है और अवैध खनन ने भी राज्य को प्रभावित किया है. 

जयपुर में राजस्थान के भाजपा प्रभारी अरुण सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित अन्य नेताओं ने भाजयुमो द्वारा आयोजित युवा आक्रोश रैली को संबोधित किया. 

पार्टी नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस सरकार पर पेपर लीक, लंबित भर्तियां, बिगड़ी कानून व्यवस्था, किसान कर्ज माफी, महिला सुरक्षा सहित जनहित के मुद्दो पर हमला किया और लोगों से आगामी विधानसभा चुनाव भाजपा को सत्ता में लाने के लिये वोट देने का आह्वान किया. 

पार्टी नेताओं के संबोधन के बाद सभी ने मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च किया लेकिन पुलिस ने उन्हें अवरोधक लगा कर रोक दिया, जिसके बाद वे सहकार भवन रोड की ओर बढ़ गए. पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने के लिए पानी की बौछारों (वाटर कैनन) का इस्तेमाल किया. 

पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल करने के बाद सतीश पूनिया ने कहा कि सरकार उत्पीड़न का सहारा ले रही है क्योंकि उसे डर है कि भाजपा युवाओं और बेरोजगारों के साथ अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रही है. 

उन्होंने कहा कि भाजपा 15 मार्च से 30 मार्च तक सभी जिला कलेक्टरों में विरोध प्रदर्शन करेगी. 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)