महाराष्ट्र की राजनीति के लिए बुधवार का दिन काफी महत्वपूर्ण रहा. अदालत में सुनवाई के बाद उद्धव ठाकरे ने पद छोड़ दिया. लेकिन उनके इस्तीफे के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं. अब शिवसेना का क्या होगा भविष्य? कौन बनेगा महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री. जैसे सवालों के जवाब आने वाले दिनों में देखने को मिलेंगे. मुख्यमंत्री पद छोड़ने से पहले उद्धव ठाकरे ने बुधवार को औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर संभाजीनगर करने और उस्मानाबाद शहर का नाम धाराशिव करने को मंजूरी दी.
उद्धव ठाकरे ने पद छोड़ने से पहले कहा , 'हमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए. मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं. मैं अप्रत्याशित रूप से सत्ता में आया और मैं इसी तरह से बाहर निकल रहा हूं. शिवसेना एक परिवार है, इसे टूटने नहीं देंगे. मैं कहीं नहीं जा रहा.' ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि शिवसेना का नेतृत्व आने वाले दिनों में किसके हाथ में रहेगा. क्या शिवसेना एकनाथ शिंदे के हाथ में चला जाएगा या उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी को बचा लेंगे. साथ ही यह एक बडा सवाल है कि क्या शिवसेना के विधायक किसी दूसरी पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हो जाएंगे. साथ ही साथ महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा?
शिवसेना के ही विधायकों के साथ छोड़ जाने पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि "रिक्शा वाले (एकनाथ शिंदे), और पान वाले को शिवसेना ने मंत्री बनाया... ये लोग बड़े हो गए, और हमें ही भूल गए..." उन्होंने कहा, "जिन्हें हमने बड़ा किया, जो कुछ दिया जा सकता था, वह दिया, वही लोग नाराज़ हैं..."उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘शिवसेना और बाला साहेब ठाकरे की वजह से राजनीतिक रूप से बढ़े बागियों को उनके (बालासाहेब) बेटे के मुख्यमंत्री पद से हटने पर खुश और संतुष्ट होने दें. मैं संख्याबल के खेल में शामिल नहीं होना चाहता हूं. मैं शर्मिंदा महसूस करूंगा अगर मैं देखूंगा कि पार्टी का एक भी सहयोगी मेरे खिलाफ खड़ा है.'
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