महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद शिवसेना सांसद और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, महाराष्ट्र ने आज एक संवेदनशील मुख्यमंत्री खो दिया. राउत ने कहा, "यह शिवसेना की महा विजय की शुरुआत है. हम लाठी खाएंगे, हम जेल जाएंगे, लेकिन बालासाहेब की विचारधारा को ज्वलंत रखेंगे." उद्धव ठाकरे के इस्तीफे पर टिप्पणी करते हुए राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने बेहद शालीनता से पद छोड़ दिया. राउत ने एक ट्वीट में कहा, "हमने एक संवेदनशील और संस्कारी मुख्यमंत्री खो दिया है। इतिहास हमें बताता है कि धोखेबाजों का सुखद अंत नहीं होता."
मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने अत्यंत शालीनता से पदत्याग किया.हमने एक संवेदनशील, सभ्य मुख्यमंत्री खो दिया.इतिहास गवाह है कि धोखाधड़ी का अंत अच्छा नहीं होता.ठाकरे जीते.यह शिवसेना की शानदार जीत की शुरुआत है.लाठियां खाएंगे,जेल जाएंगे, पर बालासाहेब की शिवसेना को दहकती रखेंगे! pic.twitter.com/2PScxCzbxV
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 29, 2022
इससे पहले उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने पद से त्यागपत्र देते हुए कहा कि नंबर गेम की लड़ाई में वो पड़ना नहीं चाहते.उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव के जरिये अपना संबोधन दिया. सुप्रीम कोर्ट ने 30 जून को ही फ्लोर टेस्ट (Floor Test) कराने का आदेश दिया है. इसके बाद उद्धव ने कहा, हमने किसानों की कर्जमाफी का काम किया. हमने उस्मानाबाद का नाम धाराशिव के साथ औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर कर दिया है.
मला विशेष समाधान आहे. आयुष्य सार्थकी लागलं, अशी माझी भावना आहे. स्वतः शिवसेनाप्रमुख बाळासाहेब ठाकरे यांनी औरंगाबादला ठेवलेले 'संभाजीनगर' नाव आज आपण दिले आहे. pic.twitter.com/zsDHskEgh1
— Office of Uddhav Thackeray (@OfficeofUT) June 29, 2022
उद्धव ने शरद पवार और सोनिया गांधी के नाम लेते हुए उनका आभार जताया. उद्धव ने कहा, हमने चाय वाले, पान वाले को भी शिवसेना से जोड़ा और आगे बढ़ाया. जिनको हमने बड़ा किया, उन्होंने ही सत्ता के लिए हमें धोखा दिया. वो सारी बातें भूल गए. जबकि हमने उन्हें मातोश्री आने और बातचीत कर नाराजगी दूर करने का प्रस्ताव भी दिया था.
मी शरद पवार यांचे आभार मानतो.त्यांनी शिवसेना प्रमुखांच्या मुलास सांभाळून घेतले.मार्गदर्शन केलं.स्वतःचे लोक दगाबाजी करत असताना शरद पवार उद्धवजीचया मागे ठामपणे उभे राहिले.काँग्रेस नेत्यांनी देखील सदैव समन्वयाची भूमिका घेतली.सत्ता येते सत्ता जाते.
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 29, 2022
अमरपट्टा घेऊन कोणीच आलेले नाही! pic.twitter.com/j45C3WRTq8
हालांकि बागी गुट के नेताओं के गुवाहाटी जाने के बीच संजय राउत के आक्रामक बयान काफी सुर्खियों में रहे. उनका 'जिंदा लाश' वाला बयान सुप्रीम कोर्ट में भी उठाया गया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं