देश में चल रहे लोकसभा चुनाव (LokSabha Elections 2024) के बीच तेलंगाना के पूर्व सीएम और बीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव (Telangana KCR) ने बड़ा दावा किया है. चंद्रशेखर राव का कहना है कि क्षेत्रीय दलों का एक ग्रुप सरकार बना सकता है. इतना ही नहीं उनका दावा है कि एनडीए (NDA) और इंडिया गठबंधन को उन्हें समर्थन देना पड़ सकता है. यह चौंकाने वाला दावा केसीआर ने NDTV को दिए एक इंटरव्यू में किया. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी बीआरएस अभी खत्म नहीं हो रही है. वह तेलंगाना के 17 निर्वाचन क्षेत्रों में दोहरे अंकों में सीटें हासिल करेगी. इतना ही नहीं केसीआर ने बीजेपी की संभावनाओं, राज्य में कांग्रेस सरकार की "विफलता" और कथित दिल्ली शराब नीति घोटाले में उनकी बेटी के कविता की गिरफ्तारी को लेकर सवालों के भी जवाब दिए.
क्या BRS का सितारा ढल रहा है?
केसीआर की पार्टी बीआरएस ने 2019 में तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों में से 9 पर जीत हासिल की थी. साल 2014 में पार्टी के गठन के बाद से वह करीब 1 दशक तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन, पिछले साल विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की बड़ी जीत के बाद,जब इसने राज्य की 119 सीटों में से 64 पर जीत हासिल की और अपने दम पर बहुमत हासिल किया. ऐसी चर्चा रही है कि बीआरएस का सितारा ढलान पर है, कई नेताओं के पार्टी छोड़ने से इस बात को और बल मिला है.
"कांग्रेस ने वादे तो किए, लेकिन पूरे नहीं किए"
इस पर एक सवाल के जवाब में केसीआर ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के छह महीने बाद भी जनता से किए वादे पूरे नहीं किए. यही वजह है कि लोग रेवंत रेड्डी सरकार से नाराज हैं. केसीआर ने कहा, "उन्होंने महिलाओं के लिए मुफ्त बस (टिकट) वाला एकमात्र वादा पूरा किया है. वह भी बड़ा मजाक बन गया है. महिलाएं बसों में लड़ रही हैं और ऑटो चालक सड़कों पर (विरोध) कर रहे हैं. यही वजह है कि लोग बहुत गुस्से में हैं. किसान भी रेड्डी सरकार से नाराज है. मुझे लगता है कि इसका असर लोकसभा चुनाव में दिखेगा.'' केसीआर ने कहा कि उनकी पार्टी 12 सीटें तक जीत सकती है.
"लालच देकर कांग्रेस ने हासिल की जीत"
जब उनके पूछा गया कि उनकी हार की वजह क्या लोगों में नाराजगी है, तो इस पर केसीआर ने कहा कि उनकी सरकार में त लोगों को बिजली, पीने का पानी और सिंचाई के लिए पानी की स्थिर आपूर्ति मिली है. वहीं कांग्रेस ने लोगों को अपने वादों से लुभा लिया. कांग्रेस ने बहुत ही आकर्षक वादे किए. कांग्रेस और बीआरएस के बीच (वोट शेयर) का अंतर 1.8% था. हमने राज्य विधानसभा की लगभग एक-तिहाई सीटें जीतीं, जो छोटी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कोई हार नहीं थी. केसीआर ने दावा किया, ''यह एक छोटी सी बात थी, लोगों को लालच की वजह से विश्वास हो गया कि कांग्रेस केसीआर से ज्यादा कर सकती है, और हम हार गए.'' उन्होंने दावा किया कि अब हर किसी को एहसास हो गया है कि कांग्रेस ने उनको धोखा दिया है और काम करने में नाकाम साबित हुई है.
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