समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को दावा किया कि आगजनी के आरोप में जेल में बंद उनकी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी निर्दोष हैं और उन्हें फर्जी आरोपों में फंसाया गया है. यादव ने पुलिस पर सोलंकी को सलाखों के पीछे रखने के लिए उनके खिलाफ फर्जी मामलों में मुकदमे दर्ज करने और उन्हें एक अन्य मामले में फंसाने के लिए फर्जी आधार कार्ड बनवाने का आरोप लगाया.पूर्व मुख्यमंत्री ने विधायक सोलंकी के फरार होने का भी बचाव करते हुए दावा किया, ‘‘अगर वह कानपुर से दूर नहीं जाते तो पुलिस उनके साथ वैसा ही बर्ताव करती जैसा कारोबारी बलवंत सिंह के साथ किया गया, जिन्हें पुलिस हिरासत में मार डाला गया या उनका हाल विकास दुबे जैसा हो सकता था, जिसे मुठभेड़ में मार दिया गया था.''
सोलंकी से जेल में मिलने गए अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा के विधायकों तथा अन्य नेताओं को आपराधिक मामलों में साजिशन फंसाना आगामी चुनाव जीतने का भाजपा सरकार का षड्यंत्र है और इस मामले में भाजपा ने अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ दिया है.
उन्होंने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा, ‘‘अफसर यह ना भूलें कि वक्त हमेशा बदलता है और भविष्य में उनके खिलाफ भी कार्यवाही हो सकती है.''इससे पहले, यादव जेल में सपा विधायक इरफान सोलंकी से मिले और उनके साथ करीब आधा घंटा बिताया. इस दौरान उन्होंने विधायक को भरोसा दिलाया कि समाजवादी पार्टी उनके साथ है और वह उनके लिए न्याय की लड़ाई लड़ेंगे.जेल से बाहर निकलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में जल्द एक आंदोलन शुरू करने का ऐलान करते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे.
गौरतलब है कि सीसामऊ क्षेत्र से सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ पिछली आठ नवंबर को नजीर फातिमा नामक एक महिला के घर में आग लगाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था. करीब एक महीने तक फरार रहने के बाद सोलंकी ने इस महीने के शुरू में आत्मसमर्पण कर दिया था. सोलंकी पर शहर से फरार होने के लिए फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल करने का भी आरोप है.
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