भोपाल:
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की जेल से प्रतिबंधित संगठन इस्लामिक स्टूडेंट मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के सात सदस्य फरार हो गए, इनमें से एक को पकड़ लिया गया है। इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं, वहीं पुलिस ने आरोपियों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित किया है। लापरवाही बरतने के आरोप में जेल उपाधीक्षक सुनील शार्मा सहित छह को निलंबित कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की सुबह खंडवा जेल के शौचालय की दीवार तोड़ी, और ओढ़ने के चादर के सहारे दीवार फांदकर सात कैदी फरार हो गए। फरार कैदियों में से एक आबिद मिर्जा को जेल के करीब बनी सवरेदय कॉलोनी से पकड़ लिया गया है। भीड़ ने मिर्जा को चोर समझकर पकड़ा था, मगर बाद में वह सिमी का सदस्य निकला।
फरार हुए कैदियों में अबुल फैजल, जाकिर हुसैन, मेहबूब उर्फ गुड्डू, एजाजुद्दीन अमजद और असलम शामिल हैं। इन सभी का सिमी से नाता है। कैदियों के फरार होने से पहले सुरक्षा बल के दो जवानों सुरेश तिवारी व लोकेश कुंदन ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो उन पर चाकू से हमला कर दिया गया। इतना ही नहीं, दोनों जवानों की दो रायफल भी छीनकर ले गए और उन्हीं की मोटरसाइकिल लेकर भाग खड़े हुए।
राज्य के जेल मंत्री अंतर सिंह आर्य ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा है कि पुलिस महानिदेशक (जेल) और प्रमुख सचिव (जेल) को जांच के लिए खंडवा भेजा गया है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस महानिदेशक जेल सुरेंद्र सिंह ने खंडवा पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। उनका कहना है कि लापरवाही बरतने के आरोप में जेल उपाधीक्षक सहित छह जेल कर्मियों को निलंबित किया गया है। इनमें दो हेड वार्डन व तीन वार्डन हैं।
फरार कैदियों की तलाश के लिए खंडवा की सभी सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने के साथ तलाशी अभियान तेज कर दिया है। पुलिस अधीक्षक मनोज शर्मा ने बताया है कि एक कैदी पकड़ा जा चुका है, पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। बाद में एक राइफल व दोनों मोटरसाइकिल बरामद कर ली गई है।
फरार हुए कैदियों का प्रतिबंधित संगठन सिमी से गहरा नाता है। इनमें से अबुल फैजल इंडियन मुजाहदीन के लिए भी काम कर चुका है और उसने कई बड़ी वारदातों को अंजाम भी दिया है। फरार कैदियों में आतंकवाद निरोधक दस्ते के जवान सीताराम की हत्या के आरोपी भी शामिल है।
प्रदेश के गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने सिमी से जुड़े कैदियों के फरार होने की घटना को सुरक्षा में चूक माना है, साथ ही गुप्तवार्ता के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को खंडवा भेजा है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे ने फरार हुए कैदियों पर एक एक लाख का इनाम घोषित करते हुए आमजन से सहयोग की अपील की है। उन्होंने बताया है कि जेल से फरार हुए कैदियों में पांच खंडवा, एक मुंबई और एक नरसिंहपुर का निवासी है। इनमें से एक पकड़ा जा चुका है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन सिमी के सदस्यों के जेल से फरार होने के बाद इंदौर सहित अन्य जिलों सतर्कता बढ़ा दी गई है। दूसरे राज्यों को स्पर्श करने वाली सीमाओं पर विशेष नजर रखी जा रही है। इसके अलावा खंडवा में कई जगह पुलिस दबिश दे रही है। उन स्थानों पर भी नजर रखी जा रही है, फरार कैदी जहां के निवासी हैं।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की सुबह खंडवा जेल के शौचालय की दीवार तोड़ी, और ओढ़ने के चादर के सहारे दीवार फांदकर सात कैदी फरार हो गए। फरार कैदियों में से एक आबिद मिर्जा को जेल के करीब बनी सवरेदय कॉलोनी से पकड़ लिया गया है। भीड़ ने मिर्जा को चोर समझकर पकड़ा था, मगर बाद में वह सिमी का सदस्य निकला।
फरार हुए कैदियों में अबुल फैजल, जाकिर हुसैन, मेहबूब उर्फ गुड्डू, एजाजुद्दीन अमजद और असलम शामिल हैं। इन सभी का सिमी से नाता है। कैदियों के फरार होने से पहले सुरक्षा बल के दो जवानों सुरेश तिवारी व लोकेश कुंदन ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो उन पर चाकू से हमला कर दिया गया। इतना ही नहीं, दोनों जवानों की दो रायफल भी छीनकर ले गए और उन्हीं की मोटरसाइकिल लेकर भाग खड़े हुए।
राज्य के जेल मंत्री अंतर सिंह आर्य ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा है कि पुलिस महानिदेशक (जेल) और प्रमुख सचिव (जेल) को जांच के लिए खंडवा भेजा गया है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस महानिदेशक जेल सुरेंद्र सिंह ने खंडवा पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। उनका कहना है कि लापरवाही बरतने के आरोप में जेल उपाधीक्षक सहित छह जेल कर्मियों को निलंबित किया गया है। इनमें दो हेड वार्डन व तीन वार्डन हैं।
फरार कैदियों की तलाश के लिए खंडवा की सभी सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने के साथ तलाशी अभियान तेज कर दिया है। पुलिस अधीक्षक मनोज शर्मा ने बताया है कि एक कैदी पकड़ा जा चुका है, पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। बाद में एक राइफल व दोनों मोटरसाइकिल बरामद कर ली गई है।
फरार हुए कैदियों का प्रतिबंधित संगठन सिमी से गहरा नाता है। इनमें से अबुल फैजल इंडियन मुजाहदीन के लिए भी काम कर चुका है और उसने कई बड़ी वारदातों को अंजाम भी दिया है। फरार कैदियों में आतंकवाद निरोधक दस्ते के जवान सीताराम की हत्या के आरोपी भी शामिल है।
प्रदेश के गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने सिमी से जुड़े कैदियों के फरार होने की घटना को सुरक्षा में चूक माना है, साथ ही गुप्तवार्ता के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को खंडवा भेजा है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे ने फरार हुए कैदियों पर एक एक लाख का इनाम घोषित करते हुए आमजन से सहयोग की अपील की है। उन्होंने बताया है कि जेल से फरार हुए कैदियों में पांच खंडवा, एक मुंबई और एक नरसिंहपुर का निवासी है। इनमें से एक पकड़ा जा चुका है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन सिमी के सदस्यों के जेल से फरार होने के बाद इंदौर सहित अन्य जिलों सतर्कता बढ़ा दी गई है। दूसरे राज्यों को स्पर्श करने वाली सीमाओं पर विशेष नजर रखी जा रही है। इसके अलावा खंडवा में कई जगह पुलिस दबिश दे रही है। उन स्थानों पर भी नजर रखी जा रही है, फरार कैदी जहां के निवासी हैं।
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