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अदाणी ग्रुप को SEBI की क्लीन चिट से सब कुछ आईने की तरह साफ हुआ, बोले SC के वकील देहाद्राई

एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई ने कहा कि अब इस बात की जांच होनी चाहिए कि इस पूरे मामले के पीछे आखिर कौन था, जिसने अदाणी ग्रुप और उसके साथ भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की साजिश रची थी.

सेबी (SEBI) ने हिंडनबर्ग मामले में अदाणी ग्रुप के खिलाफ लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने NDTV Profit को दिए एक इंटरव्यू में इस फैसले को अदाणी ग्रुप की एक बड़ी जीत बताया. उन्होंने कहा कि सेबी की क्लीन चिट से न सिर्फ अदाणी ग्रुप बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था में विदेशी और घरेलू निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा. 

सेबी की रिपोर्ट पर सवाल नहीं

देहाद्राई ने कहा कि सेबी से पहले सुप्रीम कोर्ट की कमिटी भी अदाणी ग्रुप को पाक साफ करार दे चुकी है. लेकिन सेबी की यह क्लीन चिट सुप्रीम कोर्ट कमिटी की हरी झंडी से भी बड़ी है क्योंकि सेबी के पास ऐसे मामलों की जांच करने के लिए ज्यादा टूल्स और तरीके हैं. सेबी ने इस मामले की जांच में बहुत लंबा समय लगाया है, इससे उसकी रिपोर्ट पर भरोसा बढ़ता है. उसकी रिपोर्ट पर सवाल नहीं उठाए जा सकते.

पढ़ें- हिंडनबर्ग केस में सेबी की क्लीन चिट पर गौतम अदाणी बोले- सत्यमेव जयते

'इस साजिश के पीछे कौन, जांच हो'

एडवोकेट देहाद्राई ने कहा कि भारतीय एजेंसियों को अब इस बात की जांच करनी चाहिए कि इस पूरे मामले के पीछे आखिर कौन था, जिसने अदाणी ग्रुप और उसके साथ भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की साजिश रची थी. उनका कहना था कि शॉर्ट सेलर कंपनी ने इस मामले को उछालकर भारत की इज्जत पर बट्टा लगाने की कोशिश की थी. भारतीय संस्थानों पर भी सवाल उठाए थे. तब सुप्रीम कोर्ट ने दखल देकर पूर्व जज जस्टिस सप्रे की अगुआई में कमिटी बनाकर निष्पक्ष जांच कराई थी. अब उन सब आरोपों की असलियत सामने आ चुकी है.

देहाद्राई ने कहा कि भारत की ग्रोथ स्टोरी पर दाग लगाने की कोशिशों को पहले सुप्रीम कोर्ट और अब सेबी ने बेबुनियाद बताकर खारिज कर दिया है. हिंडनबर्ग और उसके पीछे भारत और विदेश में बैठे गैंग ने भारत की आर्थिक तरक्की को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी. इसके लिए उन्होंने एक व्यक्ति को टारगेट किया था. लेकिन अब सब कुछ आइने की तरह साफ हो चुका है. मुझे लगता है कि अब ये विवाद पूरी तरह खत्म हो जाना चाहिए.

क्या फिर कोई ये मामला उठा सकता है?

क्या अब ये मामला पूरी तरह खत्म हो चुका है, या फिर अब भी कोई भारतीय या विदेशी एजेंसी इस मामले को उठा सकती है? इस सवाल पर देहाद्राई ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि भारत में कुछ ऐसे तत्व हैं, जिनके अपने निहित स्वार्थ हैं और संभवतः विदेश में बैठे कुछ लोग उन्हें कंट्रोल करते हैं, तो ऐसे में पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता. अगर किसी के पास पुख्ता सबूत हैं तो सामने आ सकता है. लेकिन ऐसे मामलों से निपटने में हमारी अदालतें सक्षम हैं. 

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दूसरे कॉरपोरेट्स के लिए भी सबक

देहाद्राई ने कहा कि ये मामला भारत के अन्य कॉरपोरेट्स के लिए भी एक सबक है कि कोई भी बुरी नीयत से उनके बिजनेस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकता है. ऐसे में उन्हें मिल बैठकर ऐसा रास्ता निकालना चाहिए, जिससे ऐसे लोगों के बुरे इरादे सफल न हो सकें. उन्होंने कहा कि भारतीय निवेशकों, आंत्रप्रेन्योर्स, कॉरपोरेट कंपनियों और देश की आर्थिक तरक्की का ख्याल रखना सेबी की जिम्मेदारी है. इसमें उसने बेहतरीन काम किया है. उसने भारतीय और विदेशी निवेशकों का देश की अर्थव्यवस्था में भरोसा बहाल किया है. 

पढ़ें- अदाणी ग्रुप को SEBI की क्लीन चिट से सब कुछ आईने की तरह साफ हुआ, बोले SC के वकील देहाद्राई

(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)

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