- शिमला के आईजीएमसी में डॉक्टर राघव निरुला की बहाली की मांग को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर दो गुटों में बंट गए हैं
- एक गुट ने हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया है जबकि दूसरा गुट हड़ताल जारी रखने पर अड़ा हुआ है
- डॉक्टर राघव की बहाली का लिखित आश्वासन मिलने तक हड़ताल जारी रखने की मांग हड़ताली डॉक्टरों की मुख्य शर्त है
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के आईजीएमसी में डॉक्टर-मरीज मारपीट मामले को लेकर अब रेजिडेंट डॉक्टर आपस में बंट गए हैं. एक गुट जहां सोमवार से हड़ताल को खत्म करने की बात कह रहा है, तो दूसरे गुट ने हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है. हड़ताली डॉक्टर कह रहे हैं कि जब तक डॉ राघव की बहाली का लिखित में आश्वासन नहीं मिल जाता है, तब तक हड़ताल जारी रहेगी.
वहीं RDA के अध्यक्ष सोहेल शर्मा ने कहा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद हड़ताल को खत्म करने का निर्णय लिया है. हालांकि कुछ डॉक्टरों ने नाराजगी जाहिर की है, लेकिन मुख्यमंत्री से बातचीत कर डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने बताया कि कल से हड़ताल खत्म होगी मरीजों को हर दिन की तरह सेवाएं मिलेगी.

इससे पहले IGMC में हड़ताल रविवार को तीसरे दिन भी जारी रही, प्रदेश भर के 3 हजार से ज्यादा डॉक्टर स्ट्रॉइक पर थे, जिसकी वजह से स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गईं. इधर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपील कर कहा कि डॉक्टर अपना अहम छोड़कर ड्यूटी जॉइन करें. उसके बाद बातचीत की जायेगी.
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गौरतलब है कि डॉक्टर राघव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर शुक्रवार से ही अवकाश पर चले गए थे. हालांकि रविवार को रेजिडेंट डॉक्टर दो धड़ों में बंटे नजर आए. लेकिन आरडीए ने कहा है कि सोमवार से डॉक्टर ड्यूटी करेंगे. अब देखना है कि सोमवार को क्या सभी डॉक्टर ड्यूटी पर लौटते हैं या गुटबाजी भी नजर आएगी.
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