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NDTV राजस्थान चैनल लॉन्च के मौके पर एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया से खास बातचीत में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि अब राजस्थान बहुत बदल गया है. हर जगह राजस्थान की चर्चा हो रही है. हमने कुछ तो किया होगा, जो चर्चा हो रही है. हमने कई ऐसे काम किए हैं, जो अन्य राज्यों में नहीं हुए. लोगों का हेल्थ कार्ड बनाया, छात्रों के लिए राज्य में पढ़ाई की व्यवस्था की गई. एजुकेशन से लेकर हेल्थ तक हमने हर क्षेत्र में काम किया है. सामाजिक सुरक्षा पर भी बहुत काम किया है. आईटी और सोलर ऊर्जा में तो हम नंबर वन हैं. जबकि पहले राजस्थान पिछड़ा हुआ था. बदल नहीं रहा, राजस्थान बदल चुका है. अब हमारा टारगेट 156 सीटें जीतने का है. मोदी जी का नाम राजस्थान में नहीं चलने वाला. राजस्थान में गुड गवर्नेंस है. सत्ता विरोधी लहर राजस्थान में नहीं है. जनता सरकार को रिपीट करने के मूड में है.
"आर्थिक विकास दर में भी राजस्थान नंबर वन है"
सीएम ने साफ किया मुफ्त योजनाओं से वित्तीय दबाव नहीं है. उत्तर भारत में राजस्थान आर्थिक रूप से सबसे ज्यादा विकसित है. कर्जा तो हर राज्य सरकार लेती है. केंद्र सरकार पर भी कर्जा है. कर्जा नियमों के तहत लिया जा रहा है.
मुफ्त योजनाओं से वित्तीय स्थिति पर दबाव नहीं- सीएम गहलोत
मुफ्त योजनाओं से वित्तीय स्थिति पर दबाव नहीं है. उत्तर भारत में राजस्थान आर्थिक रूप से सबसे ज्यादा विकसित है.
"कोरोना पर हमारे मॉडल को सबने माना"
कोरोना पर हमारे मॉडल को सबने माना. WHO ने भी हमारी तारीफ की. गरीबों के लिए अच्छी व्यवस्था की थी और ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी.
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राजस्थान में अपराध बढ़ने के आरोप गलत : सीएम गहलोत
सीएम गहलोत ने कहा कि अपराध बढ़ने के आरोप गलत हैं. उन्होंने आगे कहा कि FIR अनिवार्य कर दी है. एफआईआर दर्ज होने से आंकड़े बढ़े हैं. राजस्थान में गुड गवर्नेंस है. सत्ता विरोधी लहर राजस्थान में नहीं है. जनता रिपीट करने के मूड में है.
"सरकारें सच्चाई को सामने रखते हुए काम करें"
हमारे काम अद्भुत रहे हैं. कोई भी पार्टी हो सच्चाई को सामने रखते हुए काम करें. सच्चाई पर चलेंगे तो देश बचेगा और लोकतंत्र बचेगा.
वन नेशन वन इलेक्शन पर विपक्ष से सलाह ना करना शक पैदा करता है : गहलोत
वन नेशन वन इलेक्शन पर सीएम गहलोत ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन लोकतंत्र को खतरे का उदाहरण है. राष्ट्रपति को वन नेशन वन इलेक्शन कमेटी का हेड बनाना ठीक नहीं है. विपक्ष से इस पर सलाह न करना शक पैदा करता है. वैसे वन नेशन वन इलेक्शन का आइडिया नया नहीं है. सब लोग मिलकर बैठकर तय करते तो अच्छा होता.