दो किलोमीटर लंबी रेल की पटरी ले उड़े 'चोर', बिहार के समस्‍तीपुर की घटना की जांच में जुटी पुलिस

लगभग 2 किलोमीटर लंबे रेल ट्रेक उखाड़ चोर चंपत हो गए. इस मामले में जीआरपी के दो अधिकारी निलंबित कर दिए गए हैं. इन पर स्क्रैप (कबाड़) के नाम पर पटरी बेचने का आरोप है.

दो किलोमीटर लंबी रेल की पटरी ले उड़े 'चोर', बिहार के समस्‍तीपुर की घटना की जांच में जुटी पुलिस

स्क्रैप (कबाड़) के नाम पर पटरी बेचने का आरोप(प्रतीकात्‍मक फोटो)

पटना : ट्रेन और रेलवे स्‍टेशन से कई चीजों की चोरी की घटनाओं के बारे में आपने सुना होगा. लेकिन बिहार के समस्तीपुर में अनूठी चोरी की घटना सामने आई है. यहां लगभग 2 किलोमीटर लंबे रेल ट्रेक उखाड़ चोर चंपत हो गए. इस मामले में जीआरपी के दो अधिकारी निलंबित कर दिए गए हैं. इन पर स्क्रैप (कबाड़) के नाम पर पटरी बेचने का आरोप है. मामले में आगे की जांच जारी है.

समस्तीपुर रेल मंडल के प्रबंधक अशोक अग्रवाल ने बताया, ''जांच के लिए विभागीय स्तर पर जांच समिति का गठन किया गया है. रेलवे मंडल के झंझारपुर आरपीएफ चौकी प्रभारी श्रीनिवास और सफाई कर्मचारी मुकेश कुमार सिंह सहित दो कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है." 

डीआरएम अग्रवाल ने आगे कहा, "ऐसा बताया गया है कि रेलवे लाइन का एक स्क्रैप बिना नीलाम किए आरपीएफ की मिलीभगत से स्क्रैप डीलर को बेच दिया गया. मामले को लेकर रेल विभाग में हड़कंप मचता नजर आ रहा है." समस्तीपुर रेल मंडल के पंडौल स्टेशन से लोहट चीनी मिल तक रेल लाइन बिछाई गई, जो लंबे समय से बंद थी. दरभंगा आरपीएफ पोस्ट व रेलवे विजिलेंस की टीम द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है.

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दो करोड़ रुपये की रिश्वतखोरी के मामले में रेलवे के इंजीनियर गिरफ्तार
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दो करोड़ रुपये की कथित रिश्वतखोरी के मामले में पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे जोन के दो इंजीनियरों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. सीबीआई ने वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर संतोष कुमार और सिलचर में नियुक्त उनके वरिष्ठ अधिकारी डिप्टी चीफ इंजीनियर रामपाल के अलावा त्रिबेणी कंस्ट्रक्शंस के मालिक ठेकेदार सज्जन चौधरी को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने कहा कि कुमार को निर्माण कंपनी से कथित रूप से आठ लाख रुपये के एक हिस्से का भुगतान लेते हुए गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि एजेंसी ने 19 परिसरों पर छापेमारी की और 1.10 करोड़ रुपये नकद जब्त किए जिनमें से 67 लाख रुपये गिरफ्तार डिप्टी चीफ इंजीनियर रामपाल के ससुराल से बरामद हुए. सीबीआई ने नौ लोगों के खिलाफ दर्ज मामले में आरोप लगाया है कि त्रिबेणी कंस्ट्रक्शंस ने एक परियोजना का 19 करोड़ रुपये का बिल जमा किया था.