सिंगापुर छात्रों से बातचीत करते हुए राहुल गांधी.
नई दिल्ली:
भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भारत में आमतौर पर डर का माहौल है, जहां चुनाव जीतने के लिए लोगों को बांटने और उनके गुस्से का इस्तेमाल करने की राजनीति होती है. सिंगापुर के प्रतिष्ठित 'ली कुआन यिऊ स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी' में एक परिचर्चा में भाग ले रहे राहुल ने कहा कि भारत के संस्थागत ढांचे के सामने चुनौती है.
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उन्होंने कहा, 'एक अलग तरह की राजनीति होती है जो न केवल भारत में हो रही है बल्कि कई जगहों पर हो रही है. लोगों को बांटने की और चुनाव जीतने के लिए उनके गुस्से का इस्तेमाल करने की और यह भारत में भी हो रहा है.' राहुल ने कहा, 'अगर आप मुझसे पूछते हैं कि मुझे अपने देश की किस बात पर गर्व होता है तो यह बहुलवाद का विचार है.' उच्चतम न्यायालय के चार वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा अभूतपूर्व तरीके से संवाददाता सम्मेलन करने पर उठे हालिया विवाद पर राहुल ने कहा, 'वे दरअसल प्रेस के पास गए और कहा कि सुनिए हम चाहते हैं कि लोग हमारी बात सुनें, क्योंकि बुनियादी रूप से कुछ गलत है.'
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उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि आपको न्यायाधीशों की टिप्पणियों के बारे में पता है या नहीं, लेकिन मामले के केंद्र बिंदु (भाजपा अध्यक्ष) में अमित शाह हैं. इसलिए हमारे देश के संस्थागत ढांचे के सामने चुनौती है.' वह परोक्ष रूप से विशेष सीबीआई न्यायाधीश बीएच लोया की कथित रहस्यमयी तरीके से मृत्यु का जिक्र कर रहे थे जो सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले में सुनवाई कर रहे थे. मामले में शाह को आरोपमुक्त कर दिया गया था.
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राहुल ने आरोप लगाया, 'व्यवस्था पर और न्यायपालिका पर बहुत ही आक्रामक और संगठित हमला हो रहा है. अगर आप प्रेस से, उद्योग जगत के लोगों से बात करेंगे तो वे भी आपको बताएंगे कि हम डरा हुआ महसूस करते हैं. इसलिए आमतौर पर डर का माहौल है.' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महात्मा गांधी ने भारत के बारे में सोचा था कि ऐसा भारत जहां धर्म, समुदाय और राज्य से परे सभी सहज महसूस करें. उन्होंने श्रोताओं की तरफ से आये एक प्रश्न के उत्तर में आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक विरोधी राजनीति में भाजपा और संघ शामिल हैं.
(इनपुट : भाषा)
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उन्होंने कहा, 'एक अलग तरह की राजनीति होती है जो न केवल भारत में हो रही है बल्कि कई जगहों पर हो रही है. लोगों को बांटने की और चुनाव जीतने के लिए उनके गुस्से का इस्तेमाल करने की और यह भारत में भी हो रहा है.' राहुल ने कहा, 'अगर आप मुझसे पूछते हैं कि मुझे अपने देश की किस बात पर गर्व होता है तो यह बहुलवाद का विचार है.' उच्चतम न्यायालय के चार वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा अभूतपूर्व तरीके से संवाददाता सम्मेलन करने पर उठे हालिया विवाद पर राहुल ने कहा, 'वे दरअसल प्रेस के पास गए और कहा कि सुनिए हम चाहते हैं कि लोग हमारी बात सुनें, क्योंकि बुनियादी रूप से कुछ गलत है.'
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उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि आपको न्यायाधीशों की टिप्पणियों के बारे में पता है या नहीं, लेकिन मामले के केंद्र बिंदु (भाजपा अध्यक्ष) में अमित शाह हैं. इसलिए हमारे देश के संस्थागत ढांचे के सामने चुनौती है.' वह परोक्ष रूप से विशेष सीबीआई न्यायाधीश बीएच लोया की कथित रहस्यमयी तरीके से मृत्यु का जिक्र कर रहे थे जो सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले में सुनवाई कर रहे थे. मामले में शाह को आरोपमुक्त कर दिया गया था.
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राहुल ने आरोप लगाया, 'व्यवस्था पर और न्यायपालिका पर बहुत ही आक्रामक और संगठित हमला हो रहा है. अगर आप प्रेस से, उद्योग जगत के लोगों से बात करेंगे तो वे भी आपको बताएंगे कि हम डरा हुआ महसूस करते हैं. इसलिए आमतौर पर डर का माहौल है.' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महात्मा गांधी ने भारत के बारे में सोचा था कि ऐसा भारत जहां धर्म, समुदाय और राज्य से परे सभी सहज महसूस करें. उन्होंने श्रोताओं की तरफ से आये एक प्रश्न के उत्तर में आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक विरोधी राजनीति में भाजपा और संघ शामिल हैं.
(इनपुट : भाषा)
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