
- राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोटर के नाम डिलीट करने और दलित-ओबीसी वोटर्स को निशाना बनाने का आरोप लगाया
- उन्होंने आलंद विधानसभा क्षेत्र में सॉफ्टवेयर के माध्यम से हजारों वोटर नाम हटाने की घटना का उदाहरण दिया
- राहुल गांधी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर वोट चोरों को संरक्षण देने का आरोप लगाया
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग पर वोट डिलीट करने का आरोप लगाया है. उनके इन दावों से अब एक बार फिर राजनीतिक संग्राम शुरू हो गया है. राहुल गांधी ने करीब एक घंटे तक चली अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव आयोग पर कर्नाटक में वोट डिलीट, दलितों और ओबीसी को जानबूझकर निशाना बनाए जाने, बगैर किसी को सूचना दिए मतदाताओं का नाम लिस्ट से हटाने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए. राहुल गांधी के इन तामाम आरोपों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पलटवार भी किया. बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के तमाम आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बेबुनियाद बताया. चलिए जानते हैं आखिर राहुल गांधी ने क्या कुछ आरोप लगाए थे और उनके आरोपों पर बीजेपी ने कैसे कांग्रेस पर पलटवार किया है.
सॉफ्टवेयर का गलत किया गया इस्तेमाल
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया किया कि वोटरों के नाम काटने के लिए साफ्टवेयर का प्रयोग किया गया. कांग्रेस नेता ने कहा कि कर्नाटक पुलिस की सीआईडी इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन 18 बार अनुरोध करने के बाद भी चुनाव आयोग ने सीआईडी की ओर से मांगी गई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है. नेता विपक्ष ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर वोट चोरों को बचाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में 'वोट चोरी' का 'हाइड्रोजन बम' वो अगले कुछ दिनों में फोड़ेंगे.
राहुल गांधी ने आलंद विधानसभा सीट का दिया उदाहरण
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कर्नाटक के कलबुर्गी जिले की आलंद विधानसभा सीट के मतदाता सूर्यकांत को पेश किया. उनके मुताबिक सूर्यकांत के नाम पर 14 मिनट में 12 लोगों के नाम काटे गए. लेकिन सूर्यकांत ने इस तरह से किसी का नाम कटवाने से इनकार किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सूर्यकांत ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि उनके नाम पर यह काम कैसे हुआ. इसी तरह से राहुल ने नागराज नाम के एक वोटर का हवाला दिया, जिसने 36 सेकेंड में वोटर के नाम काटने के दो फार्म भर दिए. उन्होंने कहा कि नागराज ने यह काम सुबह चार बजे उठकर किया था. इसी तरह से राहुल ने गोदाबाई का भी जिक्र किया, जिनकी अपील पर 12 वोटरों के नाम डिलीट किए गए. लेकिन इसके बारे में गोदाबाई को कोई जानकारी नहीं है. गोदाबाई ने एक प्री रिकॉर्डेड वीडियो के जरिए अपनी बात रखी.
BLO ने पकड़ी ये गड़बड़ी
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि यह 'वोट चोरी' एक बूथ लेबल अधिकारी (बीएलओ) के जरिए पकड़ी गई. उस बीएलओ के एक रिश्तेदार का वोट काट दिया गया था. बीएलओ ने पता लगाया तो पता चला कि उनके रिश्तेदार का वोट उसी के पड़ोसी ने डिलीट करवाया है. जब पड़ोसी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि हमने वोट डिलीट नहीं करवाया है. शक बढ़ने पर बीएलओ ने प्रॉसेस शुरू की और पता चला कि किसी तीसरे ने आलंद में सेंट्रलाइज तरीके से वोट डिलीट किए हैं.
कहीं से काटे तो कहीं जोड़े गए नाम
राहुल गांधी ने कहा कि वोटर के नाम काटने के लिए फाइलिंग ऑनलाइन ऑटोमेटेड तरीके से हुई. इसके लिए जो मोबाइल नंबर इस्तेमाल किए गए वो कर्नाटक के बाहर के थे. राहुल ने कहा कि आलंद में उन्होंने छह हजार वोट काटने के मामले पकड़े हैं, लेकिन ये संख्या और बड़ी हो सकती है. उन्होंने कहा कि यह चोरी साफ्टवेयर के जरिए की गई है. इसलिए हर जगह वोट कटवाने वाले मतदाता का नाम उस बूथ की मतदाता सूची में पहले नंबर पर है. उनके मुताबिक, आलंद विधानसभा क्षेत्र में 6018 मतदाताओं का नाम हटाने के लिए आवेदन दिए गए. उन्होंने यह भी कि कही वोट काट कर जीत की कोशिश की जा रही है तो कही वोट जोड़कर. इसका उदाहरण देते हुए राहुल ने कहा कि महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजौरा विधानसभा क्षेत्र में इसी तरीके का इस्तेमाल करके 6850 नाम जोड़े गए थे.
मुख्य चुनाव आयुक्त पर लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि इस जांच में पता चला कि कांग्रेस के वोटर्स को टारगेट कर, उनके वोट डिलीट किए गए. उन्होंने आरोप लगाया कि जिन 10 बूथों को निशाना बनाया गया, वहां 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनमें से आठ पर जीत दर्ज की थी. नेता विपक्ष ने दावा किया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार लोकतंत्र की हत्या करने वालों और वोट चोरों की रक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ज्ञानेश कुमार को ऐसे लोगों को संरक्षण देना बंद कर एक हफ्ते में कर्नाटक की सीआईडी के साथ पूरी जानकारी साझा करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर एक हफ्ते में चुनाव आयोग सीआईडी को जानकरी नहीं देता है तो यह समझा जाएगा कि ज्ञानेश कुमार वोट चोरों की मदद कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि मैं अपने लोकतंत्र, देश और संविधान से बहुत प्रेम करता हूं और ऐसी कोई बात नहीं करूंगा जो तथ्यों पर आधारित नहीं हो.
BJP ने राहुल गांधी के दावों को फुलझड़ी बताया
राहुल गांधी के तमाम आरोपों पर बीजेपी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेता हाइड्रोजन बम फोड़ने वाले थे, लेकिन ये फुलझड़ी निकली. राहुल की निराशा और हताशा ये दिखाती है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने साफ तौर पर कहा है कि ऑनलाइन किसी का वोट डिलीट नहीं किया जा सकता. वोटर लिस्ट से नाम हटाए जाने के पहले उस व्यक्ति को मौका दिया जाता है. ठाकुर ने कहा, आणंद सीट से जुड़े मामले में चुनाव आयोग ने खुद एफआईआर दर्ज कराई थी. उस पर कर्नाटक में सीआईडी ने क्या किया. कांग्रेस नेता हाइड्रोजन बम फोड़ने वाले थे, लेकिन ये फुलझड़ी निकली.
90 चुनाव हार चुके हैं राहुल गांधी फिर भी...
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर राहुल गांधी के दावों को खारिज करते हुए कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस लगभग 90 चुनाव हार चुकी है. उनकी हताशा दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. गलत और निराधार आरोप लगाना राहुल गांधी की आदत बन गई है. माफी मांगना और अदालतों से फटकार खाना राहुल गांधी की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है.
राहुल गांधी नेपाल जैसे हालात पैदा करना चाहते हैं
राहुल गांधी के आरोपों के जवाब में अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी देश में नेपाल जैसे हालात बनाना चाहते हैं. वह इस बात से नाराज हैं कि उनके नेतृत्व में कांग्रेस 90 चुनाव हार चुकी है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुला गांधी को हर मामले में सिर्फ फटकार ही मिली है. चाहे वो राफेल हो, चौकीदार चोर हो या आरएसएस, उन्हें अदालत से फटकार ही मिली. इसलिए बेवजह कीचड़ उछालना और भाग जाना उनका तरीका हो गया है.
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