
- लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा का समय तय था, लेकिन विपक्षी सांसदों के हंगामे के कारण बहस शुरू नहीं हो सकी
- बिहार वोटर लिस्ट SIR पर विपक्ष जोरदार हंगामा कर रहा है, जिस वजह से अभी तक सदन 3 बार स्थगित हो चुका है
- स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष को सदन में हंगामा बंद कर चर्चा में हिस्सा लेने को कहा, लेकिन फिर भी बात नहीं बनी
ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा शुरू होनी थी, लेकिन चर्चा शुरू ही नहीं हो सकी. अभी तक सदन तीन बार स्थगित हो चुका है. रक्षा मंत्री राजनाथ सदन में मौजूद थे. चर्चा की शुरुआत उन्हें ही करनी थी. गृह मंत्री अमित शाह भी लोकसभा में थे. लेकिन जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसद SIR पर चर्चा की मांग पर अड़ गए. विपक्षी सांसद वेल के पास तक आकर विरोध करने लगे. विपक्षी सांसदों के हंगामे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी नाराज नजर आए. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा का वक्त तय हुआ है, ऐसे में यह हंगामा सही नहीं है. उन्होंने विपक्षी सांसदों ने कहा, 'अगर चर्चा नहीं करनी है तो मुझे बताइए. आप सब दल के नेता आए थे, सभी ने सर्वसम्मति से कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होगी. मेरे चैंबर में आकर बात हुई और अब वेल में आकर हंगामा किया जा रहा है. ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा नहीं चाहते हैं तो मैं सदन स्थगित कर दूंगा.' एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे विपक्षी सांसद फिर भी चुप नहीं हुए.
बिहार वोटर लिस्ट SIR पर हंगामा
मॉनसून सत्र का पहला हफ्ता हंगामे की भेंट चढ़ चुका है. इसलिए संसद को आगे चलाने के लिए आज ‘ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा का दिन तय था, लेकिन विपक्षी सांसदों के हंगामे के चलते दो बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी और अब तक इस मुद्दे पर कोई बहस शुरू नहीं हो सकी. विपक्ष अब बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR ) को लेकर सरकार को घेरने में लगा है. लोकसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने बिहार एसआईआर को लेकर भी जोरदार हंगामा शुरू कर दिया. स्पीकर ओम बिरला ने नाराजगी जताते हुए कहा, “आप मेरे चैंबर में चर्चा के लिए सहमति जताते हैं, लेकिन सदन में हंगामा करते हैं. क्या आप यकीनन ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चाहते हैं या नहीं?” इसके बावजूद विपक्ष का शोरगुल जारी रहा और सदन को एक बजे तक स्थगित कर दिया गया.
INDIA गठबंधन में असमंजस की स्थिति
‘ऑपरेशन सिंदूर' जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई है, जिसे लेकर विपक्ष सरकार से स्पष्ट जवाब और प्रधानमंत्री की मौजूदगी की मांग करता आ रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और INDIA गठबंधन के अन्य नेताओं ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे जवाब देने की मांग की है. जिसके बाद चर्चा के लिए आज का दिन निर्धारित किया गया. वहीं दूसरी ओर, विपक्ष बिहार में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे एसआईआर अभियान को लेकर भी आक्रामक है. विपक्ष का आरोप है कि इस प्रक्रिया के तहत बिना उचित सत्यापन के लाखों मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं, जिससे देश के लोकतंत्र को खतरा है. INDIA गठबंधन के भीतर भी रणनीतिक असमंजस की स्थिति लग रही है, क्योंकि जब ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा का दिन है तब विपक्ष SIR को लेकर हंगामा कर रहा है.
अब ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से क्यों भाग रहे....रिजिजू का सवाल
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि संसद में सब तैयार थे, आज ऑपरेशन सिंदूर पर 12 बजकर 15 मिनट पर चर्चा होने के लिए सभी दल राजी थे. लेकिन चर्चा से ठीक पहले विपक्ष एक नया मुद्दा लेकर आया कि इसके बाद एसआईआर पर चर्चा होगी. संसद ऐसा नहीं चलती है. सब की बात सुन के फिर निर्णय होता है. जब सभी ने फैसला कर लिया ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए कि 16 घंटे बहस होगी और कल भी होगी. अचानक चर्चा से 10 मिनट पहले ये कंडीशन लेकर क्यों आए. ये तो ठीक नहीं है. अब ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से क्यों भाग रहे हो, जिसके लिए 2 महीने से मांग की. अब आप चर्चा से भाग रहे हैं ये तो ठीक नहीं है, ये तो धोखा है. अब जब एक बजे कार्यवाही शुरू होगी तो रक्षा मंत्री ऑपरेशन सिंदूर पर प्रस्ताव रखेंगे और चर्चा को ध्यान से सुना जाए
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