सेना में ब्रिगेडियर से ऊपर की रैंक के अधिकारियों के लिए अब एक समान वर्दी और टोपी होगी. सेना की कमांडर कॉन्फ्रेंस में यह फैसला किया गया. यह अहम फैसला एक अगस्त से लागू हो जाएगा. करीब 43 हजार में से 1500 से 1600 अफसरों की टोपी से लेकर जूते तक पूरी वर्दी एक जैसी होगी.
सेना में फिलहाल उदाहरण के लिए तीन तरह के अधिकारी- स्पेशल फोर्सेज़, गोरखा रेजिमेंट और आर्म्ड रेजिमेंट के होते हैं तो तीनों की टोपी, बैज, जूते अलग-अलग होते हैं और इस तरह तीनों की अलग-अलग पहचान होती है. लेकिन एक अगस्त से यह अंतर खत्म होने वाला है. एक अगस्त से सेना में ब्रिगेडियर और उससे ऊपर की रैंक के सभी अधिकारी एक समान वर्दी पहनेंगे. सभी की एक तरह की टोपी होगी, एक ही तरह का बेल्ट होगा और एक ही तरह के जूते होंगे.
कश्मीर के पूर्व कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) सतीश दुआ का कहना है कि, मेरे हिसाब से यह बड़ा लॉजिकल कदम है. अब एक ऐसी ड्रेस पहननी चाहिए जो पूरी इंडियन आर्मी की हो. वह एक विजिबल स्टेटमेंट है. यह एक रेजिमेंट यूनिट का पक्षपात नहीं करेगा.
एनडीटीवी को जानकारी मिली है कि सैन्य अधिकारियों की बदली हुई पोशाक में कैप हरी होगी, लैनयार्ड नहीं होंगे. कंधे पर लगने वाले बैज अब सुनहरे रंग के होंगे. सबके बेल्ट का बकल एक जैसा होगा. कॉलर पैच लाल होगा और सबके जूतों का रंग काला होगा.
माना जा रहा है कि एक जैसी वर्दी अलग-अलग रेजिमेंट को करीब लाएगी. सेना के सभी अंगों और सेवाओं में ज़्यादा एकरूपता आएगी. हालांकि कर्नल और उससे नीचे की रैंक के अधिकारियों की वर्दी और दूसरे चीजों में कोई बदलाव नहीं होगा.
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