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This Article is From Mar 20, 2024

"अब हमें एहसास हुआ...": विवाद के बीच Zomato ने वेज फ्लीट के लिए ग्रीन यूनिफॉर्म के फैसले को लिया वापस

ज़ोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल (Zomato) ने बताया कि जो ग्राहक 'प्योर वेज' ऑप्शन चुनते हैं, वे मोबाइल ऐप पर देख सकते हैं कि उनके ऑर्डर सिर्फ वेजिटेरियन फ्लीट ही देंगे.  

"अब हमें एहसास हुआ...": विवाद के बीच Zomato ने वेज फ्लीट के लिए ग्रीन यूनिफॉर्म के फैसले को लिया वापस
जोमैटो ने डिलीवरी पार्टनर्स के लिए हरे रंग के ड्रेस कोड के फैसले को लिया वापस.
नई दिल्ली:

प्योर वेज फ्लीट के ऐलान पर गुस्से के बीच ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप जोमैटे (Zomato Row) ने साफ कर दिया है कि उनके सभी डिलीवरी पार्टनर लाल कपड़े पहनना जारी रखेंगे. जोमैटे ने नई सेवा के तहत शाकाहारियों खाना पहुंचाने वालों के लिए हरे रंग की वर्दी स्टार्ट (Zomato Dress Code) करने के अपने फैसले को वापस ले लिया है. ज़ोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने आज सुबह पोस्ट कर कहा, " हम शाकाहारियों के लिए फ्लीट जारी रखने जा रहे हैं, हमने हरे रंग के कपड़ों के इस्तेमाल का फैसाला वापस ले लिया है. हमारे रेगुलर फ्लीट और वेजिटेरियन फ्लीट, दोनों ही लाल रंग के कपड़े पहनेंगे.''

ये भी पढ़ें-Zomato ने शुरू किया ‘शुद्ध शाकाहारी बेड़ा', सिर्फ वेज रेस्तरां से ही डिलीवर होंगे ऑर्डर

"डिलीवरी बॉय की सुरक्षा सबसे जरूरी"

दीपिंदर गोयल ने बताया कि जो ग्राहक 'प्योर वेज' ऑप्शन चुनते हैं, वे मोबाइल ऐप पर देख सकते हैं कि उनके ऑर्डर सिर्फ वेजिटेरियन फ्लीट ही देंगे. उन्होंने कहा, "इससे यह सुनिश्चित होगा कि हमारे लाल वर्दी वाले डिलीवरी पार्टनर गलत तरीके से नॉन-वेज भोजन से नहीं जुड़े हैं, और किसी विशेष दिन किसी आरडब्ल्यूए या सोसायटी द्वारा उनकी एंट्री को ब्लॉक नहीं किया जाए.  हमारे डिलीवरी बॉय की शारीरिक सुरक्षा हमारे लिए सबसे जरूरी है."

"अब हमें एहसास हुआ..."

दीपिंदर गोयल ने पोस्ट में कहा, "अब हमें एहसास हुआ है कि हमारे कुछ ग्राहक भी अपने मकान मालिकों की वजह से परेशानी में पड़ सकते हैं और अगर हमारी वजह से ऐसा हुआ तो यह अच्छा नहीं होगा." उन्होंने कल "प्योर वेज" सर्विस के ऐलान के बाद इन मुद्दों को उठाने के लिए सोशल मीडिया को भी धन्यवाद दिया. 

जोमैटो ने हरी यूनिफॉर्म के फैसले को लिया वापस

बता दें कि जोमैटे की "शुद्ध शाकाहारी" सेवा और अलग रंग कोड के ऐलान के बाद कल सोशल मीडिया पर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया था. कुछ यूजर्स ने इसे मॉर्डर्न समय में जातिवाद का एक रूप बताया. वहीं दूसरे लोगों ने कहा कि लाल कपड़े देखकर डिलीवरी बॉय को उनके अपार्टमेंट परिसरों, जहां वेजिटेरियन लोग ज्यादा हैं, उनकी एंट्री पर बैन लग सकता है. इससे मांसाहारी खाना ऑर्डर देने वालों को असुविधा होगी. कुछ यूजर्स ने  यह भी बताया कि इससे मांसाहारी भोजन का ऑर्डर देने वाले किरायेदारों को परेशानी हो सकती है. 
 

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