
- जून से सितंबर, 2025 के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सीजन में औसत से सात प्रतिशत से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है
- उत्तर-पश्चिमी भारत में इस मॉनसून सीजन में औसत से 27% ज्यादा बारिश हुई है जो पिछले 24 सालों में सबसे अधिक है
- पूर्वोत्तर भारत में 1901 के बाद से दूसरी सबसे कम मानसूनी बारिश दर्ज की गई है जो औसत से बीस प्रतिशत कम है
इस साल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सीजन के दौरान जून से सितंबर, 2025 के बीच औसत से 7.9% ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई है. सबसे ज्यादा बारिश उत्तर-पश्चिमी भारत (Northwest India) में रिकॉर्ड की गई, जहां दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सीजन के दौरान जून से सितंबर, 2025 के बीच 4 महीनो में औसत से 27.3% ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई.
उत्तर-पश्चिम भारत में पिछले 24 वर्षों में सबसे अधिक मानसूनी वर्षा हुई. वहीं पूर्वी भारत और पूर्वोत्तर भारत में 1901 के बाद से दूसरी सबसे कम मानसूनी बारिश हुई है.

यही वजह है कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों को इस मॉनसून सीजन के दौरान भयंकर आपदा की घटनाओं से जूझना पड़ा.
भारत मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर M.Mohaptra के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सीजन के दौरान 4 महीनों में उत्तर-पश्चिम भारत में 747.9 mm से ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई, जो 2001 के बाद पिछले 24 साल में सबसे ज्यादा है.

सबसे कम बारिश पूर्वी भारत और उत्तर-पूर्वी भारत के राज्यों में रिकॉर्ड की गई है, जहां इस साल उत्तर-पश्चिम मानसून सीजन के दौरान औसत से 20.3% कम बारिश हुई.
अब भारत मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अक्टूबर से दिसंबर के बीच 2025 Northeast Monsoon के दौरान South Peninsular India (तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, केरल और दक्षिण कर्नाटक) में भी औसत से काफी ज्यादा बारिश होने का पूर्वानुमान है.
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