
- नोबेल पुरस्कार मेडिसिन क्षेत्र में तीन चिकित्सकों को प्रतिरक्षा प्रणाली के नियंत्रण पर शोध के लिए दिया गया है
- मैरी ब्रूंको, रैम्सडेल और साकागुची को परिधीय प्रतिरक्षा सहिष्णुता के क्षेत्र में खोज के लिए सम्मानित किया गया
- मैरी ई ब्रूंको इंस्टीट्यूट ऑफ सिस्टम्स बॉयोलॉजी से, फ्रेड रैम्सडेल सोनोमा बायोथेरेपैटिक्स से जुड़े हैं
नोबेल के पहले पुरस्कार की घोषणा सोमवार को कर दी गई है. मेडिसिन क्षेत्र में तीन चिकित्सकों को संयुक्त रूप से ये सम्मान देने का ऐलान किया है. अमेरिका के सिएटल शहर की मैरी ई ब्रूंको, सैन फ्रांसिस्को के फ्रेड रैम्सडेल और जापान के शिमोन साकागुची को ये पुरस्कार दिया गया है. ब्रूंको इंस्टीट्यूट ऑफ सिस्टम्स बॉयोलॉजी से जुड़े हैं. जबकि रैम्सडेल सोनोमा बायोथेरेपैटिक्स से जुड़े हैं. जबकि साकागुची ओसाका यूनिवर्सिटी जापान में कार्यरत हैं.
नोबेल प्राइस के एक्स हैंडल पर एक पोस्ट शेयर करते हुए यह जानकारी दी गई है. इस पोस्ट में लिखा है, मैरी ई. ब्रूंको और फ्रेड रामस्डेल तथा जापान के शिमोन साकागुची ने प्रतिरक्षा प्रणाली को कैसे नियंत्रित रखा जाता है, इस पर शोध किया है. तीनों को "परिधीय प्रतिरक्षा सहिष्णुता से संबंधित उनकी खोजों" के लिए सम्मानित किया गया है.
BREAKING NEWS
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 6, 2025
The 2025 #NobelPrize in Physiology or Medicine has been awarded to Mary E. Brunkow, Fred Ramsdell and Shimon Sakaguchi “for their discoveries concerning peripheral immune tolerance.” pic.twitter.com/nhjxJSoZEr
उन्होंने आगे कहा, "उनकी खोजों ने अनुसंधान के एक नए क्षेत्र की नींव रखी है और कैंसर तथा स्व-प्रतिरक्षित रोगों जैसे नए उपचारों के विकास को प्रेरित किया है."
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