NEET पेपर लीक मामले में बुधवार को CBI स्पेशल कोर्ट में सुनवाई की. CBI की कोर्ट ने पेपर लीक के आरोपी चिंटू कुमार और मुकेश कुमार की 7 दिनों की रिमांड मंजूर कर ली है. अदालत ने पहले 3 दिन की रिमांड दी थी. CBI के वकील ने कोर्ट से 7 दिन की रिमांड देने की अपील करते हुए कहा कि इन दोनों को लेकर कई जगह जाना भी पड़ सकता है. इसको देखते हुए 7 दिन का रिमांड मंजूर किया जाए. इसके बाद CBI की न्यायिक दंडाधिकारी हर्षवर्धन सिंह ने अपील मंजूर कर ली.
अदालत ने केंद्रीय आदर्श कारा बेऊर जेल के सुपरिटेंडेंट को 27 जून (गुरुवार) से 4 जुलाई (गुरुवार) सुबह 11 बजे तक के लिए CBI को सौंपने का आदेश दिया है. अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि दोनों अभियुक्तों की मेडिकल जांच करने के बाद उनसे पूछताछ की जाएगी. पूछताछ के बाद 4 जुलाई 2024 फिर से मेडिकल होगा, फिर उन्हें अदालत के सामने पेश किया जाएगा. इसके बाद दोनों आरोपियों को दोबारा न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा.
पुलिस की पूछताछ में आरोपी चिंटू कुमार ने बताया कि पटना के खेमनी चक स्थित लर्ड एंड प्ले स्कूल में करीब 35 छात्रों को क्वेश्चन पेपर और आंसर रटवाने के लिए यहीं वाई फाई प्रिंटर के जरिए 10-12 कॉपियां प्रिंट की गई थीं. रॉकी के जरिए सबसे पहले बायोलॉजी का क्वेश्चन पेपर और आंसर आया था. फिर फिजिक्स के आंसर आए और सबसे आखिर में केमेस्ट्री के सवाल-जवाब मिले थे.
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8 आरोपियों ने लगाई जमानत की अर्जी
पेपर लीक मामले में 8 आरोपियों ने कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी लगाई है. मंगलवार को पटना ADJ-5 कोर्ट में उनकी याचिका पर सुनवाई हुई. कोर्ट में सरकारी वकील ने बताया कि यह केस अब CBI के पास चला गया है, जिस पर कोर्ट ने कहा कि इसकी जानकारी ऑर्डर पेपर के साथ दें. पेपर मिलने के बाद मामले की सुनवाई CBI की विशेष अदालत ही करेगी. इस मामले में अगली सुनवाई 2 जुलाई को होगी.
क्या है विवाद?
NEET-UG 2024 का एग्जाम 5 मई को हुआ था. एग्जाम में बहुत ज्यादा नंबर दिए जाने के आरोप लगे हैं. इस वजह से इस साल रिकॉर्ड 67 कैंडिडेट्स ने परफेक्ट स्कोर के साथ टॉप रैंक हासिल किया है. पिछले साल टॉप रैंक पर मात्र दो स्टूडेंट आए थे. ऐसे में स्टूडेंट्स का आरोप है कि कई कैंडिडेट्स के मार्क्स प्लान के तहत घटाए और बढ़ाए गए हैं. दूसरी ओर, 6 सेंटर में एग्जाम कराने में देरी हुई. समय की बर्बादी की भरपाई के लिए ऐसे सेंटरों में कम से कम 1500 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स भी दिए गए, जो जांच के दायरे में हैं.
कहां लीक हुए पेपर?
NEET-UG में पेपर लीक होने के भी आरोप लगे हैं. बिहार पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने पिछले महीने कहा था कि उसे जांच से पता चला है कि 5 मई के एग्जाम से पहले करीब 35 स्टूडेंट्स को NEET के पेपर और आंसर मुहैया कराए गए थे. पुलिस ने इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया है.
कहां दिए गए थे ग्रेस मार्क्स?
मेघालय, हरियाणा, छत्तीसगढ़, सूरत और चंडीगढ़ के कम से कम 6 एग्जाम सेंटरों में पेपर समय से नहीं बांटे गए थे. यानी स्टूडेंट्स को एग्जाम के लिए 3 घंटे 20 मिनट नहीं मिले थे. स्टूडेंट्स ने समय की बर्बादी की शिकायत की थी. जिसके बाद इन सेंटरों में स्टूडेंट्स को कोर्ट के तैयार फॉर्मूले के आधार पर ग्रेस मार्क्स दिए गए.
20 हजार छात्रों ने SC और हाईकोर्ट में दायर की याचिकाएं
देशभर में NEET UG 2024 में गड़बड़ियों को लेकर अलग-अलग राज्यों में लगभग 20 हजार छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर की हैं. NTA ने 14 जून को देश के 7 अलग-अलग हाईकोर्ट में लगी याचिकाओं की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर किए जाने की मांग की थी. सुप्रीम कोर्ट में 8 जुलाई को सुनवाई होनी है.
बता दें बीते 12 दिनों में कई बड़े एग्जाम कैंसिल हो चुके हैं. 22 जून को NEET PG एग्जाम स्थगित हुआ. ये एग्जाम 23 जून को होना था. उससे पहले NCET, UGC NET और CSIR UGC NET कैंसिल हो चुका है.
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