
- आजमगढ़ में समाज कल्याण विभाग के प्राथमिक विद्यालय में 25 सहायक अध्यापकों की फर्जी नियुक्ति सामने आई
- 2014 से अब तक नियुक्तियां बिना कानूनी प्रक्रिया और अनुमोदन के की गईं और दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं
- जिला समाज कल्याण अधिकारी की तहरीर पर तत्कालीन प्रबंधक समेत छब्बीस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में समाज कल्याण विभाग से अनुदान प्राप्त एक प्राथमिक विद्यालय में 25 सहायक अध्यापकों की फर्जी नियुक्ति का मामला सामने आया है. जिला समाज कल्याण अधिकारी की तहरीर पर तत्कालीन प्रबंधक समेत 26 लोगों के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है.
जांच में सामने आया कि वर्ष 2014 से अब तक नियुक्तियां बिना कानूनी प्रक्रिया और अनुमोदन के की गईं. कई दस्तावेज फर्जी पाए गए और नियुक्ति पत्रों पर अधिकारियों की सील व हस्ताक्षर की भी पुष्टि नहीं हुई. जिलाधिकारी के आदेश पर एडीएम, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला समाज कल्याण अधिकारी की त्रिस्तरीय समिति ने सभी को दोषी पाया.
एसएसपी हेमराज मीणा ने कहा, "जांच में पाया गया कि 25 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति बिना अनुमोदन और नियमों का पालन किए की गई. मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी." (रवि सिंह की रिपोर्ट)
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