चंबल नदी में आए बाढ़ से जनजीवन तो प्रभावित हो ही रहा है, इसके साथ ही नदी में भारी संख्या में मौजूद मगरमच्छ व घड़ियालों के आबादी वाले इलाकों में घुसने से ग्रामीणों का जीवन संकट में पड़ गया है. लोग बाढ़ का पानी कम होने से तो जैसे-तैसे बच रहे हैं, लेकिन मगरमच्छ व घड़ियालों की आवक से अधिक चिंतित दिखाई दे रहे हैं. इसके चलते ग्रामीण अपने-अपने क्षेत्र में इन पर नजर रखे हुए हैं.
एक वाकया आज मुरैना के कुथियाना पंचायत के घेर गांव में देखने को मिला. गांव के निवासी सत्येंद्र सिंह तोमर ने बताया कि सुबह अचानक उनकी पत्नी को मगरमच्छ गांव में दिखा. मगरमच्छ ने इस दौरान गांव की कुछ बकरियां को भी अपना शिकार बना डाला. पत्नी ने इसकी सूचना गांव वालों को दी तो गांव वालों में दहशत फैल गई और लोग अपनी-अपनी छतों पर पहुंच गए.
कुछ लोगों ने हिम्मत करके मगरमच्छ को पेड़ से बांध दिया और वन विभाग को इसकी सूचना दी. मगरमच्छ की लंबाई करीब 12 फुट के करीब बताई जा रही थी.
सूचना पर वनकर्मी मौके पर पहुंच गए. लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ पर काबू पाया. रस्सी की मदद से करीब 6 घंटे की कड़ी कोशिश के बाद चम्बल के पानी में वापस भेजा गया. इस दौरान वनकर्मियों की मदद के लिए ग्रामीण और समाजसेवी भी तत्पर दिखे.
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