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This Article is From Jul 04, 2024

मरीन इंजीनियर अनिल कुमार श्रीवास्तव का शव 7 जुलाई को चीन से दिल्ली पहुंचेगा

आगरा के मरीन इंजीनियर अनिल कुमार श्रीवास्तव मर्चेंट नेवी में बतौर चीफ इंजीनियर चीन में अपनी सेवाएं दे रहे थे, 12 जून को उनकी मृत्यु हो गई थी

मरीन इंजीनियर अनिल कुमार श्रीवास्तव का शव 7 जुलाई को चीन से दिल्ली पहुंचेगा
मरीन इंजीनियर अनिल कुमार श्रीवास्तव का शव 7 जुलाई की सुबह दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचेगा.
आगरा:

मरीन इंजीनियर अनिल कुमार श्रीवास्तव (Anil Kumar Srivastava) का पार्थिव शरीर 7 जुलाई को दिल्ली पहुंचेगा. विदेश विभाग के ज्वाइंट सेक्रेटरी संदीप कुमार ने केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को दी यह जानकारी दी. मरीन इंजीनियर अनिल की 12 जून को चीन में मौत हो गई थी. मौत के 25 दिन बाद उनका शव आगरा में उनके घर पहुंचेगा.

मरीन इंजीनियर अनिल कुमार श्रीवास्तव की पार्थिव देह 7 जुलाई की सुबह 4:50 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचेगी. वहां से औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शव उनके परिजनों के साथ आगरा के लिए रवाना किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल को यह जानकारी विदेश विभाग के जवाइंट सेक्रेटरी संदीप कुमार ने दी है. 

अनिल कुमार श्रीवास्तव का पार्थिव शरीर चीन के शंघाई शहर से फ्लाइट संख्या टीके-6481 से यह इस्तांबुल के लिए रवाना किया जाएगा. इस्तांबुल से उसे 6 जुलाई को दिल्ली के लिए फ्लाइट संख्या टीके-0716 से रवाना किया जाएगा. दिल्ली एयरपोर्ट पर यह उड़ान 7 जुलाई को सुबह 4:50 पर पहुंचेगी.

12 जून को हुई थी मरीन इंजीनियर की मौत

आगरा के मरीन इंजीनियर अनिल कुमार श्रीवास्तव मर्चेंट नेवी में बतौर चीफ इंजीनियर चीन में अपनी सेवाएं दे रहे थे. उनकी 11 जून को अचानक तबीयत खराब हो गई थी. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी तबीयत ठीक हुई तो उन्हें छुट्टी दे दी गई. लेकिन 12 जून की फिर से उनकी तबीयत खराब हुई और उन्हें एक बार फिर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. इस बार हार्ट अटैक के चलते उनकी मौत हो गई.  

पत्नी ने मांगी थी पीएम मोदी से मदद
मरीन इंजीनियर अनिल कुमार श्रीवास्तव की मौत की खबर सुनकर उनका परिवार सन्न रह गया था. उनकी मां और धर्मपत्नी ने पार्थिव देह के लिए दिल्ली से लेकर चीन तक संपर्क किया था, लेकिन चीन की आवेदन नीति बेहद कड़ी होने के चलते फॉर्मेलिटी करने में देरी हो रही थी. मृतक की धर्मपत्नी ने इसके लिए विदेश मंत्रालय के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मदद मांगी थी. 

जब इस घटना की जानकारी आगरा के सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल को हुई तो उन्होंने संज्ञान लेते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर से बातचीत की. वह लगातार दो दिन तक विदेश मंत्री के संपर्क में रहे. विदेश मंत्री ने आगरा के सांसद की पैरोकारी के बाद विदेश विभाग के ज्वाइंट सेक्रेटरी संदीप को तलब कर इस मामले की तहकीकात की और विदेश विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द पार्थिव देह को भारत लाने की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए निर्देशित किया. तब से लेकर अब तक आगरा के सांसद निरंतर विदेश विभाग के ज्वाइंट सेक्रेटरी संदीप के संपर्क में थे.

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