महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन के लिए भारतीय रेलवे, विशेष रूप से उत्तर मध्य रेलवे, ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. इस पवित्र आयोजन के दौरान, रेलवे का उद्देश्य लाखों श्रद्धालुओं को सुगम, सुरक्षित और कुशल यात्रा सुविधा प्रदान करना है, ताकि वे आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंचकर इस ऐतिहासिक और आध्यात्मिक आयोजन का हिस्सा बन सकें. महाकुंभ 2025 को 'स्वस्थ और सुरक्षित' बनाने की दिशा में प्रयागराज रेल मंडल ने भी जरूरी कदम उठाए हैं. प्रयागराज रेल मंडल ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे स्टेशनों पर मेडिकल ऑब्जर्वेशन रूम स्थापित किए हैं.
ऑब्जर्वेशन रूम में क्या होगी सुविधा
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए रेलवे ने आपात स्थिति से निपटने और यात्रियों को जरूरी चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए मेडिकल ऑब्जर्वेशन रूम बनाए हैं.
इन ऑब्जर्वेशन रूम में 24x7 विशेष चिकित्सा सुविधाएं प्रदान किए जाने की व्यवस्था है. इससे किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सेवा प्रदान की जा सके. अधिक गंभीर स्थिति में एंबुलेंस की मदद से मरीज को संबंधित रेलवे या शहर के मेडिकल हॉस्पिटल में पहुंचाया जा सकेगा.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
प्रयागराज रेल मंडल द्वारा महाकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के लिए पहली बार सीसीटीवी कैमरों के साथ एफआर कैमरे भी लगाए जा रहे हैं. एफआर कैमरे एआई की मदद से संदिग्ध गतिविधियों और अराजक तत्वों पर नजर रखने में कारगर हैं. एफआर कैमरे एआई तकनीक से काम करते हैं. फेस रिकॉग्निशन या एआई तकनीक की मदद से चेहरे की पहचान करने में सक्षम होते हैं. ये आसानी से संदिग्धों को भीड़ में भी पहचान कर तलाश लेते हैं. जिससे भीड़ में होने वाली संदिग्ध गतिविधियों या भगदड़ जैसी स्थिति को बनने से पहले काबू किया जा सकता है. एफआर कैमरे किसी भी असामान्य घटना को आसानी से पकड़ सकते हैं, उन पर तत्काल प्रतिक्रिया कर दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है. (एजेंसी इनपुट के साथ)
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