आईआईटी में प्रवेश की इच्छा रखने वाले 18 वर्षीय कुशाग्र रस्तोगी की सोमवार को कोटा में रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई. कुशाग्र बाथरूम में बेहोशी की हालत में पाया गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. जवाहर नगर थाने के एसएचओ हरि नारायण शर्मा के मुताबिक, "छात्र इस साल अप्रैल में कोटा में अपनी कोचिंग के लिए आया था. वह पुराने राजीव गांधी नगर इलाके में एक छात्रवास में रह रहा था."
दो दिन पहले कोटा आई थी छात्र की मां
उसकी मां दो दिन पहले ही कोटा आई थीं और उसके साथ रह रही थीं. सोमवार सुबह कुशाग्र नहाने के लिए बाथरूम में गया था लेकिन वह 10 से 15 मिनट के लिए बाहर नहीं आया तो उसकी मां ने उसे फोन किया. जब उसने कोई जवाब नहीं दिया तो उन्होंने बाथरूम का दरवाजा खोला. वहां उन्होंने अपने बेटे को बेहोश पड़े देखा तो छात्रवास स्टाफ की मदद से उसे अस्पताल लेकर गईं.
पिता के आने के बाद होगा शव का पोस्टमार्टम
छात्र की मौत के कारणों की जानकारी अब तक नहीं हो पाई है. फिलहाल कुशाग्र के शव को शवगृह में रख दिया गया है. नारायण शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि मंगलवार को छात्र के पिता के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम होगा.
एसएचओ ने कही ये बात
उन्होंने कहा, "हम छात्र के पिता के आने का इंतजार कर रहे हैं. उसकी मां को अभी तक उनके बेटे की मौत की जानकारी नहीं दी गई है क्योंकि इस वक्त उनके परिवार का कोई सदस्य शहर में मौजूद नहीं है." मौत के कारण के बारे में पूछे जाने पर एसएचओ ने कहा कि डॉक्टरों को भी अभी तक पता नहीं है कि किशोर की मौत कैसे हुई.
उन्होंने कहा, "हमें इस मामले पर मंगलवार को पोस्टमार्टम किए जाने के बाद ही क्लैरिटी मिल पाएगी."
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