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This Article is From Feb 22, 2022

CCTV में कैद: कर्नाटक में बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्‍या मामले में सुबह 3 बजे हुई पहली गिरफ्तारी

सोमवार सुबह करीब तीन बजे की इस क्लिप में पुलिस को इस शख्‍स को अपने साथ ले जाते देखा जा सकता है.

CCTV में कैद:  कर्नाटक में बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्‍या मामले में सुबह 3 बजे हुई पहली गिरफ्तारी
राज्‍य सरकार ने कहा है, मामले की हिजाब विवाद सहित सभी एंगल से जांच की जा रही है
बेंगलुरु:

कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्‍या के कुछ घंटों बाद पुलिस ने मामले में पहली गिरफ्तारी की. सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि एक व्‍यक्ति को उस स्‍थान के पास से गिरफ्तार किया जा रहा है जहां 26 साल के हर्ष की रविवार रात को चाकू मारकर हत्‍या कर दी गई थी. सोमवार सुबह करीब तीन बजे की इस क्लिप में पुलिस को इस शख्‍स को अपने साथ ले जाते देखा जा सकता है.  हर्ष की हत्‍या के मामले में 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और इसमें से दो को अरेस्‍ट किया गया एक को हिरासत में लिया गया. हत्‍या के बाद शिवमोगा में हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई थीं. 

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एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रताप रेड्डी ने बताया कि हमने दो आरोपियों को अरेस्‍ट किया है जबकि एक को हिरासत में लिया गया है. सभी आरोपियों की पहचान हो गई है और उनकी तलाश की जा रही है. हम जल्‍द ही हत्‍या में शामिल सभी लोगों को जब अरेस्‍ट कर लेंगे तभी हत्‍या के उद्देश्‍य को लेकर कुछ कह सकेंगे. जहां तक कल की हिंसा की बात है, तो ऐसी 14 घटनाएं हुई हैं इस सिलसिले में तीन एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. राज्‍य सरकार के एक मंत्री ने कहा है कि इस मामले की हिजाब विवाद सहित सभी एंगल से जांच की जा रही है.कर्नाटक सरकार ने सोमवार को कहा था कि अब तक की जांच में हिजाब विवाद और इस हत्‍या का कोई लिंक सामने नहीं आया है लेकिन राज्‍य के गृह मंत्री ए. ज्ञानेंद्र ने कहा, 'हिजाब विवाद से जुड़े संगठन भी जांच के दायरे में हैं.उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है. कल जो लोग पथराव की घटना में शामिल थे, उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है. '

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जब हर्ष के शव को अंतिम संस्‍कार के लिए ले जाया जा रहा था तब आगजनी और हिंसा की घटनाएं हुई थीं. कारों में आग लगा दी गई थी और पथराव हुआ था, जिसमें एक फोटो जर्नलिस्‍ट सहित तीन लोग घायल हुए थे. कई दोपहिया वाहनों को या तो काफी नुकसान हुआ या वे जला दिए गए. पुलिस को भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठी चलानी पड़ी. ऐहतियात के तौर स्‍कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है और लोगों के जमावड़े को भी बैन कर दिया गया है. इस बीच, हिंसा के माहौल में अंतिम संस्‍कार को इजाजत  देने के लिए सवालों के घेरे में आई कर्नाटक सरकार ने इस फैसले से पल्‍ला झाड़ लिया है. राज्‍य के गृह मंत्री ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, 'यह देखते हुए कि बहुत से लोग जा रहे थे, शव को अंतिम संस्‍कार के लिए ले जाया गया. यह स्‍थानीय प्रशासन का फैसला था.' उन्‍होंने कहा, 'हम लोगों से अपील करते हैं कि शांति भंग न करें. सरकार, दोषियों को गिरफ्तार करेंगे और उन्‍हें उचित सजा दिलाएगी. ' उन्‍होंने कहा कि इस तरह की हत्‍याएं रुकनी चाहिए और हर्ष की हत्‍या के साथ यह सब रुकना चाहिए. उन्‍होंने कहा कि हत्‍या के उद्देश्‍य के बारे में जल्‍द ही पता चल जाएगा. इस बीच पुलिस ने दोहराया है कि हर्षा को निजी दुश्‍मनी के चलते मारा गया. 

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