
10 महीने का कार्यकाल बचा हुआ था जस्टिस जयंत पटेल का.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
जस्टिस जयंत पटेल का 10 महीने का कार्यकाल बचा हुआ था
कर्नाटक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बनने की दौर में सबसे आगे थे
जस्टिस पटेल ने कहा, 10 महीने के लिए इलाहाबाद जाने में दिलचस्पी नहीं
यह भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट में की गई पांच जजों की नियुक्ति, राष्ट्रपति ने मुहर लगाई
इलाहाबाद जाने में दिलचस्पी नहीं
एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा कि 10 महीने के लिए इलाहाबाद जाने में उनकी दिलचस्पी नहीं है. हालांकि उन्होंने इस सवाल पर कुछ कहने से इनकार कर दिया कि क्या उनको इशरत जहां की फ़र्ज़ी मुठभेड़ की जांच के आदेश देने की वजह से ये भुगतना पड़ रहा है. गुजरात बार एसोसिएशन ने उनके तबादले के विरोध में आज कामकाज बंद रखा है.
यह भी पढ़ें : ब्रिटेन : अश्लील वीडियो देखने वाले चार जजों की छुट्टी
VIDEO: कर्नाटक हाइकोर्ट के जज जयंत पटेल का रिटायरमेंट से पहले ही इस्तीफ़ा
चीफ जस्टिस बनाए जा सकते थे जस्टिस पटेल
गुजरात बार एसोसिएशन के अध्यक्ष असीम पंड्या ने कहा कि जस्टिस जयंत पटेल को कर्नाटक का चीफ़ जस्टिस बनाया जा सकता था. यहां वह दूसरे नंबर पर थे. स्थानीय चीफ़ जस्टिस के रिटायर होने पर ये चीफ़ जस्टिस बन सकते थे. लेकिन इन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट भेज दिया गया. कॉलिजियम के फैसले को हम चैलेंज कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने 15 सितंबर को जस्टिस पटेल के ट्रांसफर का फैसला लिया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं