केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार को एक अदालत को बताया कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) को उनके चाचा और पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी (Vivekananda Reddy) की मौत के बारे में समाचार सार्वजनिक होने से बहुत पहले ही सूचित कर दिया गया था. जांच एजेंसी ने कडप्पा के सांसद वाईएस अविनाश रेड्डी द्वारा दायर अग्रिम जमानत याचिका के जवाब में तेलंगाना उच्च न्यायालय के समक्ष एक हलफनामे में यह खुलासा किया.
सीबीआई लगभग चार साल पहले हुई सनसनीखेज हत्या में वाईएस अविनाश रेड्डी की भूमिका की जांच कर रही है, जो वाईएस विवेकानंद रेड्डी के भतीजे और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी के चचेरे भाई हैं.यह विकास ऐसे समय में हुआ है जब जगन रेड्डी नीति आयोग की बैठक में भाग लेने और कल नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए दिल्ली पहुंचे हैं. आंध्र प्रदेश के दिवंगत मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी के भाइयों में से एक विवेकानंद रेड्डी की राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले 15 मार्च, 2019 की रात को उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी.
हत्या के मामले की जांच शुरू में राज्य सीआईडी के एक विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की गई थी, लेकिन जुलाई 2020 में इसे सीबीआई को सौंप दिया गया था . सीबीआई ने 26 अक्टूबर, 2021 को हत्या के मामले में चार्जशीट दायर की थी और इसके बाद 31 जनवरी, 2022 को एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की.
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