
- भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर कैनाल निर्माण की योजना बनाई है.
- भारत ने पाकिस्तान से जल स्तर की जानकारी साझा करना बंद कर दिया है.
- मॉनसून के दौरान पाकिस्तान में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है.
सिंधु जल संधि को स्थगित करने के बाद अब भारत सरकार ने इंडस रिवर सिस्टम से जुड़ी नदियों के पानी को डाइवर्ट कर अपने हित में इस्तेमाल करने के लिए बड़े स्तर पर कैनाल के निर्माण की तैयारी शुरू कर दी है. एनडीटीवी को मिली जानकारी के मुताबिक, इंडस रिवर सिस्टम से पानी को डाइवर्ट करने के लिए 13 नए कैनाल के निर्माण की तैयारी है.
सूत्रों के मुताबिक सरकार की तैयारी इंडस रिवर सिस्टम से जुड़ी पाकिस्तान की ओर बहने वाली तीन वेस्टर्न रिवर्स - झेलम, चेनाब और सिंधु के पानी को 13 नए कैनाल का निर्माण कर उसे पंजाब, हरियाणा और राजस्थान डाइवर्ट कर वहां के किसानों को खेती के लिए मुहैया कराने की है.

सूत्रों ने एनडीटीवी को ये भी बताया है कि इस योजना को कार्यान्वित करने के लिए प्रिलिमनरी रिपोर्ट तैयार किए जा रहे हैं और फीजिबिलिटी स्टडी भी शुरू की जा रही है.

पाकिस्तान में खेती के लिए जरूरी पानी का करीब 80% इंडस रिवर सिस्टम पर निर्भर करता है. ऐसे में पाकिस्तान की मुश्किलें आने वाले समय में और बढ़ सकती हैं क्योंकि मॉनसून अभी दूर है, इंडस रिवर सिस्टम से जुड़ी पाकिस्तान की ओर बहने वाली नदियों में पिछले साल के मुकाबले अभी कम पानी बचा है.
पाकिस्तान में बड़ा हो सकता है बाढ़ का खतरा
दरअसल मॉनसून आने के बाद पाकिस्तान को एक नई चुनौती से जूझना पड़ेगा. भारत ने Indus Water Treaty को स्थगित करने के बाद पाकिस्तान से Indus River System से जुड़ी नदियों के जलस्तर के बारे में जानकारी शेयर करना बंद कर दिया है. ऐसे में जब मॉनसून सीजन के दौरान Indus River System से जुड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ेगा तो इससे पाकिस्तान में बाढ़ का खतरा और बड़ा हो सकता है और उसे आपदा झेलनी पड़ सकती है.

भारत पहले से ही इंडस रिवर वॉटर ट्रीटी में बदलाव चाहता था और बार-बार पाकिस्तान से अपील कर रहा था, लेकिन पाकिस्तान इसके लिए तैयार नहीं हुआ. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने Indus Water Treaty को स्थगित करके पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश दिया कि उसे सीमा पार आतंकवाद को रोकना होगा.
सिंधु जल संधि को स्थगित करने का पाकिस्तान पर पड़ेगा असर
स्ट्रैटेजिक अफेयर्स एक्सपर्ट मानते हैं कि भारत द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित करने का पाकिस्तान पर शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म, दोनों में काफी असर पड़ेगा. शॉर्ट टर्म में भारत सीमित स्तर पर इंडस रिवर सिस्टम से जुड़ी नदियों के पानी को रेगुलेट करेगा, जबकि लॉन्ग टर्म में भारत इन नदियों के पानी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल अपने हित में करने के लिए बड़े वॉटर स्टोरेज स्ट्रक्चर्स तैयार करने की तैयारी कर रहा है. जाहिर है, आने वाले दिनों में पाकिस्तान में पानी और खेती का संकट और बढ़ने वाला है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं