फ्यूचर रिटेल ने सुप्रीम कोर्ट में कहा अमेजन हमें तबाह करना चाहता था और यह सफल रहा हम धागे से लटके हुए हैं. अब कोई भी हमारे साथ व्यापार नहीं करना चाहता. जब मकान मालिक बेदखली का नोटिस देता है तो हम क्या कर सकते हैं? 1,400 करोड़ रुपये के सौदे के लिए अमेजन ने 26,000 करोड़ रुपये की कंपनी को नष्ट कर दिया है. अमेजन जो करना चाहता था उसमें सफल रहा है. अमेजन ने फ्यूचर रिटेल एसेट्स को सरेंडर करने पर आपत्ति जताई.
अमेजन का कहना है कि फ्यूचर रिटेल की संपत्ति का ट्रांसफर "रिप्लेज़ बिलीव इट ऑर नॉट" जैसा दिखता है. FRL ने बिना किसी विरोध के 800 से अधिक दुकानों को जाने दिया. वहीं फ्यूचर ने कहा 835 से अधिक स्टोरों पर नियंत्रण खो दिया है, शेष 374 स्टोर " एक प्रार्थना पर" चल रहे हैं. जमीन मालिकों की कार्रवाई उसके नियंत्रण से बाहर है. वह किराए का भुगतान करने में असमर्थ है और आखिरकार उसे अपना स्टोर सरेंडर करना पड़ा.
हमारे खातों से कोई भुगतान नहीं किया जा सकता है क्योंकि उन्हें फ्रीज कर दिया गया है. अमेजन ने कहा अदालत को फ्यूचर की संपत्ति के किसी भी अलग करने के कदम को रोकना चाहिए. जब तक कि मामला आर्बिट्रल ट्रिब्यूनल द्वारा तय नहीं किया जाता है. फ्यूचर का दावा है कि उसके पास पैसे की कमी है और वह लीज रेंटल का भुगतान नहीं कर सकता है. यह एक रणनीति और दिखावा है
CJI एनवी रमना, जस्टिस कृष्ण मुरारी और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच मामले की अगली सुनवाई 4 अप्रैल को करेगी. दोनों ग्रुप एक साल से अधिक समय से कानूनी लड़ाई में लगे हुए हैं. फ्यूचर ने अपने बिग बाजार खुदरा कारोबार को रिलायंस इंडस्ट्रीज ( RIL) की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल को बेचने का फैसला किया है. हालांकि, अमेजन फ्यूचर के खुदरा, थोक और रसद व्यवसाय को RIL लिमिटेड को 24,713 करोड़ रुपये में कथित रूप से अनुबंधों का उल्लंघन करने के लिए बिक्री को रोकने की कोशिश कर रहा है.
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अमेजन का कहना है कि फ्यूचर यूनिट के साथ 2019 के सौदे में फ्यूचर समूह को "प्रतिबंधित व्यक्तियों" की सूची में किसी को भी अपनी खुदरा संपत्ति बेचने से रोकने वाले खंड शामिल थे, जिसमें रिलायंस भी शामिल था. रिलायंस द्वारा लिए जा रहे फ्यूचर रिटेल के स्टोर के खिलाफ अमेजन की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है. पिछली सुनवाई में अमेजन ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था. फ्यूचर रिटेल की संपत्ति पर अमेजन, बियानी समूह और रिलायंस के बीच समझौता करने के लिए बातचीत में कोई प्रगति नहीं हुई.
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