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This Article is From Oct 01, 2023

ICC, BCCCI, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और यूनिसेफ ने क्रियो 4 गुड इनिशिएटिव लॉन्च किया

प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेटर स्मृति मंधाना ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में क्रियो 4 गुड मॉड्यूल का अनावरण किया

ICC, BCCCI, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और यूनिसेफ ने क्रियो 4 गुड इनिशिएटिव लॉन्च किया
जीवन कौशल और लैंगिक समानता के महत्व को सिखाने के लिए आठ ऑनलाइन शिक्षण मॉड्यूल जारी किए गए.
अहमदाबाद:

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय और यूनिसेफ ने 1000 बच्चों के साथ लड़कियों और लड़कों में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए जीवन कौशल सीखने का एक नया ऑनलाइन मॉड्यूल क्रियो 4 गुड लॉन्च किया. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मौजूद थे.

कार्यक्रम में गुजरात सरकार के मंत्री डॉ कुबेर भाई डिंडोर, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के मानद सचिव जय शाह, मानद सचिव, क्रिकेटर और आईसीसी-यूनिसेफ क्रियो 4 गुड की सेलिब्रिटी समर्थक स्मृति मंधाना और यूनिसेफ भारत की प्रतिनिधि सिंथिया मैककैफ़्री के अलावा 1000 बच्चे मौजूद थे.

इस मौके पर धर्मेंद्र प्रधान नेकहा, "नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में महिलाओं, विशेषकर युवा लड़कियों का सशक्तिकरण एनईपी 2020 का मूल सिद्धांत रहा है. खुशी है कि #क्रियो4गुड के माध्यम से, खेल की ताकत और क्रिकेट की लोकप्रियता का उपयोग बालिकाओं को सशक्त बनाने और लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता फैलाने के माध्यम के रूप में किया जा रहा है.

क्रिकेटर स्मृति मंधाना ने स्टेडियम में 1000 सेअधिक स्कूली बच्चों को पहला शिक्षण मॉड्यूल प्रदान करते हुए कहा: “मुझेआईसीसी, बीसीसीआई, शिक्षा मंत्रालय और यूनिसेफ के साथ मिलकर क्रियो 4 गुड का समर्थन करते हुए बेहद गर्व हो रहा है. यह आठों मॉड्यूल बेहद आकर्षक हैं और वे मज़ेदार, इंटरैक्टिव तरीके से लड़कियों और लड़कों के बीच लैंगिक समानता के बारे में बात करने के लिए क्रिकेट की शक्ति का उपयोग करते हैं. साथ ही आवश्यक जीवन कौशल भी सिखाते हैं. खेल और जीवन में अपनी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए लड़कियों और लड़कों, दोनों को समान रूप से समर्थन दिया जाना चाहिए. यह एक महत्वपूर्ण संदेश को सरल और आकर्षक तरीके से देने का बेहतरीन प्रयास है.''

बीसीसीआई के मानद सचिव जय शाह ने कहा, "क्रिकेट विश्व कप अगले दो महीनों के दौरान भारत के बच्चों को प्रेरित करने के लिए तैयार है और यह पहल हमारे देश के युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है. क्रियो 4 गुड न केवल क्रिकेट के मूल्य को बढ़ावा देता है बल्कि महत्वपूर्ण जीवन कौशल भी प्रदान करता है, जिसमें लैंगिक समानता का महत्व भी शामिल है. यह हमारे बच्चों के लिए अधिक न्यायसंगत और प्रबुद्ध भविष्य के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्णकदम है."

क्रियो 4 गुड पहल से जुड़ी हर एनिमेटेड फिल्म एक विशिष्ट जीवन कौशल, समस्या-समाधान, आत्मविश्वास, निर्णय लेने, बातचीत, सहानुभूति, टीम वर्क और लक्ष्य निर्धारण पर केंद्रित है और इन्हें क्रिके ट के उदाहरणों का इस्तेमाल करके, अत्याधुनिक एनीमेशन के रूप में बनाया गया है. स्थानीय बारीकियों पर गहन शोध फिल्मों को वास्तविक और प्रासंगिक बनाता है. आठों शिक्षण मॉड्यूल criiio.com/criiio4good पर निःशुल्क उपलब्ध हैं और इसे तीन भाषाओं अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती में देखा जा सकता है.

यूनिसेफ के भारत प्रतिनिधि सिंथिया मैककैफ्रे ने कहा, “यूनिसेफ लड़कों और लड़कियों के अपने अधिकारों, विकास और सुरक्षा का लाभ उठाने जैसे मुद्दों पर उन्हें समान अधिकार मिलें, इसकी वकालत करता है. हम भारत में आईसीसी विश्व कप
2023 के महत्वपूर्ण मंच पर लैंगिक समानता को रचनात्मक रूप से बढ़ावा देने के लिए आईसीसी, शिक्षा मंत्रालय और बीसीसीआई के साथ साझेदारी का स्वागत करते हैं. क्रियो 4 गुड लाखों युवा दिमागों को इस संदेश से जोड़ने का एक अभिनव तरीका है कि लड़कियों और लड़कों दोनों को समान अवसर पाने और अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने का अधिकार है. आईसीसी विश्व कप लाखों लोगों तक यह संदेश पहुंचाने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है कि सभी को बच्चों के लिए समान अधिकारों को बढ़ावा देना चाहिए.''

आईसीसी के मुख्य कार्यकारी ज्योफ एलार्डिस ने कहा, "सीआरआईआईआईओ 4 गुड आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप के माध्यम से सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. हम यूनिसेफ के साथ सहयोग करके रोमांचित हैं और विश्वास करते हैं कि यह कार्यक्रम क्रिकेट क्षेत्र की सीमाओं से परे आवश्यक जीवन कौशल विकसित करेगा.''

गुजरात सरकार के प्राथमिक, माध्यमिक और वयस्क शिक्षा और जनजातीय विभाग के मंत्री डॉ कुबेर भाई डिंडोर ने कहा, “यह नवोन्मेषी कार्यक्रम हमारे बच्चों को निरंतर बदलती दुनिया में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक जीवन कौशल से लैस करेगा. शिक्षा केवल वह नहीं है जो हम किताबों में सीखतेहैं, यह हमारे युवाओं को जीवन की चुनौतियों से निपटने के लिए ज्ञान और उपकरणों से सशक्त बनाने के बारे में है. आईसीसी, यूनिसेफ और शिक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर, हम एक ऐसी पीढ़ी को आकार दे रहे हैं जो नेतृत्व करने, प्रेरित करने और हमारी दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए तैयार है. भारत सरकार का शिक्षा मंत्रालय पूरे भारत में 1.5 मिलियन से अधिक स्कूलों और दीक्षा मंच पर मॉड्यूल का प्रसार करेगा.''

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