हैदराबाद:
सुरक्षा एजेंसियां अभी भी हैदराबाद धमाकों के सुराग ढूंढने में लगी हैं। अब तक की जांच में मुंबई और बेंगलुरु से हैदराबाद धमाकों के तार जुड़े दिख रहे हैं। बेंगलुरु जेल में बंद इंडियन मुजाहिदीन के ओबेदुर्रहमान से एनआईए ने पूछताछ की।
इधर, रविवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हैदराबाद पहुंचे। उन्होंने विस्फोट की जगह का तो दौरा किया ही साथ मे घायलों से भी मिले।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हैदराबाद के लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए गुरुवार को हुए विस्फोटों के स्थलों का दौरा किया और अस्पतालों में भर्ती घायलों से मुलाकात की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने शांति की अपील की। उन्होंने इस बात के लिए नगर के लोगों की सराहना की कि वे उकसाने वाली कार्रवाई से अप्रभावित रहे। सिंह ने ओमनी और यशोदा अस्पतालों का दौरा कर वहां भर्ती कुछ घायलों और उनके परिजनों से मुलाकात की तथा उन्हें हर मदद देने का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री ने अस्पतालों में विस्फोट पीड़ितों से मुलाकात करने के बाद कहा, मैं यहां हैदराबाद के लोगों का दुख बांटने आया हूं। मैं शोक संतृप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करना हूं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों को सभी मेडिकल सहायता का आश्वासन दिया है। दिल्ली से वायुसेना के एक विशेष विमान से हैदराबाद पहुंचे मनमोहन सिंह ने कहा, राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि इलाज के लिए हर मदद दी जाएगी।
प्रधानमंत्री ने शांति की अपील करते हुए कहा, मैं लोगों से दुख की इस घड़ी में शांति बनाए रखने का आह्वान करता हूं। मुझे खुशी है कि हैदराबाद के लागों ने उकसाने वाली पर ध्यान नहीं दिया। प्रधानमंत्री ने विस्फोटों की निंदा करते हुए कहा था कि इस कायराना हरकत के जिम्मेदार लोग दंड से नहीं बच सकेंगे।
विस्फोटों में घायल हुए के परमेश्वर की मां को दिलासा देते हए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके पुत्र का हरसंभव ख्याल रखा जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट किया कि उन्होंने उसकी मां से कहा, अधिकारी आपके पुत्र का पूरा ध्यान रखेंगे। उन्होंने एक अन्य पीड़ित सुधाकर रेड्डी से कहा, हम आपको और अन्य लोगों को हर संभव मेडिकल सहायता मुहैया कराएंगे। सिंह ने मलकपेट के यशोदा अस्पताल में भर्ती एक अन्य घायल से कहा, मैं यहां आपका दुख और पीड़ा बांटने आया हूं। हम आपका ख्याल रखेंगे।
दिल्ली रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी से ऐसे उपाय करने को कहा, जिसके तहत विस्फोटों के कारण शारीरिक रूप से अशक्त हो गए और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सके।
आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन, मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने प्रधानमंत्री का सुबह हवाई अड्डे पर स्वागत किया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के साथ प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से विक्टोरिया मेमोरियल होम गए। मनमोहन वहां से सड़क मार्ग से दिलसुखनगर गए, जहां गुरुवार को दो विस्फोटों में 16 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 117 अन्य घायल हो गए। प्रधानमंत्री करीब 10 मिनट तक विस्फोट स्थल पर रहे। उन्होंने करीब 40 मिनट घायलों के साथ बिताए।
मनमोहन सिंह ने मुख्यमंत्री और राज्य के मंत्रियों के साथ एक समीक्षा बैठक भी की, जिसमें पुलिस महानिदेशक वी दिनेश रेड्डी ने मामले की जांच में हुई प्रगति से उन्हें अवगत कराया। प्रधानमंत्री को बताया गया कि क्लोज सर्किट कैमरों से मिले फुटेज और जेल में कुछ संदिग्ध लोगों से हुई पूछताछ से 'ठोस सुराग' मिले हैं। डीजीपी ने प्रधानमंत्री से कहा, हम राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के साथ तालमेल में काम कर रहे हैं और उम्मीद है कि जल्दी ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की तीन घंटे की यात्रा के दौरान उन्हें सूचित किया कि हैदराबाद में निगरानी बढ़ाने के लिए करीब 3500 क्लोज सर्किट कैमरे लगाए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्रियों बलराम नायक, एस सत्यनारायण, पनाबाका लक्ष्मी, उपमुख्यमंत्री दामोदर राजनरसिंह, राज्य की गृह मंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी और वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रधानमंत्री की अगवानी की और उन्हें विदा किया।
इधर, रविवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हैदराबाद पहुंचे। उन्होंने विस्फोट की जगह का तो दौरा किया ही साथ मे घायलों से भी मिले।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हैदराबाद के लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए गुरुवार को हुए विस्फोटों के स्थलों का दौरा किया और अस्पतालों में भर्ती घायलों से मुलाकात की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने शांति की अपील की। उन्होंने इस बात के लिए नगर के लोगों की सराहना की कि वे उकसाने वाली कार्रवाई से अप्रभावित रहे। सिंह ने ओमनी और यशोदा अस्पतालों का दौरा कर वहां भर्ती कुछ घायलों और उनके परिजनों से मुलाकात की तथा उन्हें हर मदद देने का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री ने अस्पतालों में विस्फोट पीड़ितों से मुलाकात करने के बाद कहा, मैं यहां हैदराबाद के लोगों का दुख बांटने आया हूं। मैं शोक संतृप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करना हूं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों को सभी मेडिकल सहायता का आश्वासन दिया है। दिल्ली से वायुसेना के एक विशेष विमान से हैदराबाद पहुंचे मनमोहन सिंह ने कहा, राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि इलाज के लिए हर मदद दी जाएगी।
प्रधानमंत्री ने शांति की अपील करते हुए कहा, मैं लोगों से दुख की इस घड़ी में शांति बनाए रखने का आह्वान करता हूं। मुझे खुशी है कि हैदराबाद के लागों ने उकसाने वाली पर ध्यान नहीं दिया। प्रधानमंत्री ने विस्फोटों की निंदा करते हुए कहा था कि इस कायराना हरकत के जिम्मेदार लोग दंड से नहीं बच सकेंगे।
विस्फोटों में घायल हुए के परमेश्वर की मां को दिलासा देते हए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके पुत्र का हरसंभव ख्याल रखा जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट किया कि उन्होंने उसकी मां से कहा, अधिकारी आपके पुत्र का पूरा ध्यान रखेंगे। उन्होंने एक अन्य पीड़ित सुधाकर रेड्डी से कहा, हम आपको और अन्य लोगों को हर संभव मेडिकल सहायता मुहैया कराएंगे। सिंह ने मलकपेट के यशोदा अस्पताल में भर्ती एक अन्य घायल से कहा, मैं यहां आपका दुख और पीड़ा बांटने आया हूं। हम आपका ख्याल रखेंगे।
दिल्ली रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी से ऐसे उपाय करने को कहा, जिसके तहत विस्फोटों के कारण शारीरिक रूप से अशक्त हो गए और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सके।
आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन, मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने प्रधानमंत्री का सुबह हवाई अड्डे पर स्वागत किया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के साथ प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से विक्टोरिया मेमोरियल होम गए। मनमोहन वहां से सड़क मार्ग से दिलसुखनगर गए, जहां गुरुवार को दो विस्फोटों में 16 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 117 अन्य घायल हो गए। प्रधानमंत्री करीब 10 मिनट तक विस्फोट स्थल पर रहे। उन्होंने करीब 40 मिनट घायलों के साथ बिताए।
मनमोहन सिंह ने मुख्यमंत्री और राज्य के मंत्रियों के साथ एक समीक्षा बैठक भी की, जिसमें पुलिस महानिदेशक वी दिनेश रेड्डी ने मामले की जांच में हुई प्रगति से उन्हें अवगत कराया। प्रधानमंत्री को बताया गया कि क्लोज सर्किट कैमरों से मिले फुटेज और जेल में कुछ संदिग्ध लोगों से हुई पूछताछ से 'ठोस सुराग' मिले हैं। डीजीपी ने प्रधानमंत्री से कहा, हम राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के साथ तालमेल में काम कर रहे हैं और उम्मीद है कि जल्दी ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की तीन घंटे की यात्रा के दौरान उन्हें सूचित किया कि हैदराबाद में निगरानी बढ़ाने के लिए करीब 3500 क्लोज सर्किट कैमरे लगाए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्रियों बलराम नायक, एस सत्यनारायण, पनाबाका लक्ष्मी, उपमुख्यमंत्री दामोदर राजनरसिंह, राज्य की गृह मंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी और वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रधानमंत्री की अगवानी की और उन्हें विदा किया।
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