हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections Result 2024) के नतीजे सामने आने के बाद कांग्रेस (Congress) को बड़ा झटका लगा है. मंगलवार को वोटों की गिनती के शुरुआती रुझानों में कांग्रेस ने बढ़त बनाए रखी थी. ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस बहुमत हासिल कर लेगी. लेकिन, कुछ घंटों बाद के रुझानों में कांग्रेस पार्टी पिछड़ गई है. जबकि, BJP लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. इस बीच कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर हरियाणा विधानसभा की वोटों की गिनती को लेकर सवाल खड़े किए हैं. इस पर चुनाव आयोग ने अपना जवाब दिया है.
आइए समझते हैं कि हरियाणा चुनाव के नतीजे को लेकर कांग्रेस ने क्या लगाए आरोप? EVM की बैटरी डिस्चार्ज का क्या मामला है? चुनाव आयोग ने अपने जवाब में क्या कहा? BJP ने क्या प्रतिक्रिया दी है:-
मंगलवार को क्या हुआ?
सभी एग्जिट पोल में राज्य में कांग्रेस की बंपर जीत का अनुमान जताया गया था. नतीजे के दिन हरियाणा में शुरुआत से कांग्रेस ने बढ़त भी बनाए रखी थी. कुछ देर तक राज्य में कांग्रेस एक तरफा जीत हासिल करती दिख रही थी. एक समय तो पार्टी 65 सीटों तक पहुंच गई थी. लेकिन सुबह 9:30 बजे बाजी पलटनी शुरू हुई. 10 बजे तक BJP और कांग्रेस 43-43 सीटों पर आ गईं. करीब 11 बजे से BJP के नंबर 47 से 51 के बीच हो गए. बाद में BJP का फाइनल स्कोर 48 सीट रहा.
BJP और कांग्रेस ने कितनी सीटें जीती?
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीटें जीती और बहुमत के आंकड़े 46 को पार कर लिया. BJP को पिछले चुनाव की तुलना में इस बार 8 सीटों का फायदा हुआ है. हरियाणा चुनाव में कांग्रेस ने 37 सीटें जीती हैं. JJP खाता भी नहीं खोल पाई. पिछले चुनाव में JJP ने 10 सीटें जीती थी. 2 सीटें INLD-BSP गठबंधन ने जीती. अन्य के खाते में 3 सीटें गईं.
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कांग्रेस ने क्या लगाए आरोप?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने चुनाव आयोग को पत्र लिख कर वोटों की गिनती में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. जयराम रमेश ने कहा, "कई सीटों पर 11 राउंड की गिनती हो चुकी है, लेकिन चुनाव आयोग की वेबसाइट और सभी टीवी चैनलों पर केवल 5 या 6 राउंड की गिनती के आंकड़े दिखाए जा रहे हैं. BJP खेल खेल रही है, लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं को निराश होने की कोई जरूरत नहीं है."
EVM की बैट्री का क्या है मामला?
कांग्रेस नेताओं ने दावा किया है कि हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत जिलों से EVM को लेकर शिकायतें आई हैं. जिन EVM की बैट्री 99 प्रतिशत चार्ज थी, उनमें कांग्रेस उम्मीदवारों की हार हुई है. लेकिन, जिनकी बैट्री 60-70 प्रतिशत चार्ज थी, उनमें कांग्रेस की जीत हुई है.
पवन खेड़ा बोले- मीडिया भी इसे नहीं कर रहा कवर
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी कहा कि चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अभी-भी पांचवा और छठा राउंड ही दिखाया जा रहा है, जबकि अभी तक 11वें और 12वें राउंड की काउंटिंग हो चुकी है. आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? उन्होंने कहा, “आमतौर पर पत्रकार और मीडिया हाउस खुद ही इस स्थिति को अपने काउंटिंग सेंटर से दिखाते हैं, लेकिन इस बार नहीं दिखाया जा रहा है. हम पूछना चाहते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है. पूरी वस्तुस्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है, जिसे लेकर गंभीर सवालों का उठना लाजिमी है.”
चुनाव आयोग ने कांग्रेस को दिया ये जवाब
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश के आरोपों पर अब चुनाव आयोग ने चिट्ठी का जवाब दिया है. चुनाव आयोग ने कहा, "सभी निर्वाचन क्षेत्रों में लगभग 25 राउंड की मतगणना हर पांच मिनट में अपडेट की जा रही है, जो मतगणना प्रक्रिया के तेजी को दर्शाती है. ऐसे में आयोग गैर-जिम्मेदाराना, निराधार और बिना सोचे-समझे गलत बयानी करने के आपके आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज करता है."
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माइक्रो ऑब्जर्वरों की मौजूदगी में हो रहा काम
चुनाव आयोग ने कहा, "हरियाणा चुनाव के नतीजों को अपडेट करने में देरी के उनके बेबुनियाद आरोप को साबित करने के लिए रिकॉर्ड पर कुछ भी नहीं है. आपके ज्ञापन में हरियाणा या जम्मू-कश्मीर के किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में देरी के बारे में भी कोई तथ्य नहीं है."
EVM बैटरी की क्षमता और नतीजों के बीच कोई कनेक्शन नहीं
निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने कांग्रेस नेताओं के उन दावों को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने हरियाणा की कुछ सीटों पर EVM से कथित छेड़छाड़ की बात कही थी. कांग्रेस नेताओं ने दावा किया था मशीनों में बैट्री चार्ज की अलग-अलग स्थिति के कारण अलग-अलग नतीजे आए.
चुनाव आयोग ने बताया कि कंट्रोल यूनिट तब तक काम करती है, जब बैटरी में 5.8 वोल्ट से ज्यादा वोल्टेज होता है. ऐसा तब होता है जब बैटरी की क्षमता 10 प्रतिशत से ज्यादा रह जाती है. कंट्रोल यूनिट डिस्प्ले पर बैटरी बदलने की चेतावनी दिखाई देती है. यह उस संकेत के समान है जो किसी वाहन में तब प्रदर्शित होता है जब इंजन बहुत कम बचे ईंधन पर चल रहा होता है. मतगणना के दिन बैटरी की शेष क्षमता कंट्रोल यूनिट पर किए गए ‘मॉक मतदान', वास्तविक मतदान और बैटरी के प्रारंभिक वोल्टेज (8 से 7.5 वोल्ट) पर निर्भर करती है. लिहाजा EVM बैटरी की क्षमता और नतीजों में कोई कनेक्शन नहीं है.
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