- चांदी के दाम दीवाली के बाद तेजी से गिरकर दो लाख से डेढ़ लाख रुपये प्रति किलो से नीचे आ गए हैं
- 2011 में भी चांदी के दाम तेजी से बढ़े थे लेकिन बाद में अचानक गिरावट आई थी और निवेशक नुकसान में रहे
- विशेषज्ञों का कहना है कि मुनाफा देखकर चांदी बेच देना बेहतर होगा क्योंकि लालच में फंसने पर नुकसान हो सकता है
चांदी हो गई. चांदी कूट रहे हो... यह मुहावरा अब कहेंगे, तो कइयों को चुभेगा. चांदी ने दर्द ही ऐसा दे दिया है. इंस्टा पर 'चांदी के जलों' की रील्स छाई हुई हैं. मातम सा छाया है. दीवाली पर चांदी की चमक किसी अनार की तरह फूटी और फिर उतनी सी तेजी से खो भी गई. 2 लाख को छू रहा रेट अब सीधे 50 हजार तक गिरकर डेढ़ लाख से नीचे है. इसका गिरना जारी है. शुक्रवार को चांदी की चमक और फीकी पड़ गई. मुनाफे की आस में 2 लाख किलो चांदी खरीदने वालों का दिल अब बैठा जा रहा है.
The year was 2011.
— CA Nitin Kaushik (FCA) | LLB (@Finance_Bareek) October 23, 2025
Silver looked unstoppable.
Charts gleamed, analysts were bullish, and traders felt they had cracked the code to endless profits.
But markets don't whisper before they turn — they roar after losses wipe you out. 🧵👇#StockMarket #Silver #investing… pic.twitter.com/0DGnQIBKTE
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. 2011 में चांदी की ऐसी ही चमकी थी. चार्टर्ड अकाउंटेंट और टैक्स एक्सपर्ट नितिन कौशिक कहते हैं 2011 में भी चांदी ऐसी ही चमक बिखेर रही थी. सबको चांदी कूटने का सुनहरा मौका लग रहा था. 29 अप्रैल 2011 को चांदी के दाम 47.9 डॉलर प्रति आउंस (28.35 ग्राम) पर जा पहुंची थी. सोशल मीडिया पर 100 डॉलर की भविष्यवाणी होने लगी. चांदी 3 साल में 400 पर्सेंट तक चढ़ चुकी थी.
1980 के बाद यह सबसे ज्यादा थी. सो कइयों को लगा कि ऐसा मौका फिर नहीं मिलेगा. लेकिन मई में इधर लादेन के मरने की खबर आई और उधर चांदी के दाम धड़ाम हो गए. जब तक चांदी की चमक में खोए लोग कुछ समझ पाते दाम 48 डॉलर से गिरकर सीधे 33 पर आ चुके थे. तो यह किस्सा इसलिए कि लालच बुरी बला है. दीवाली पर चांदी मुनाफा दे रही थी, तो और लालच में फंसने की बजाय मुनाफा लेकर निकलने में फायदा था. लेकिन जो मायाजाल में जितना फंसा, वह अब उतना पछता रहा है.
आपको बता दें कि सोना और चांदी के भाव में एक भार फिर गिरावट दर्ज की गई है. शुक्रवार सुबह की तुलना में शाम होते होते सोना और चांदी के भाव गिर गए. आलम कुछ यूं है कि ग्लोबल से लेकर एशियाई मार्केट में भी सोना-चांदी में गिरावट आई है. इंडियन बुलियन एंड ज्वेलरी एसोसिएशन के मुताबिक 24 अक्टूबर की शाम 5 बजे 24 कैरेट सोने की कीमत कल यानी 23 अक्टूबर के शाम की तुलना में करीब 2000 रुपये कम होकर 1,21,518 रुपये प्रति 10 ग्राम पर हो गया है. वहीं, 23 कैरेट सोने के भाव में 1800 रुपये की गिरावट आई है. और ये अब 1,22,860 रुपये प्रति 10 ग्राम है.
चांदी भी 4100 रुपये सस्ती हुई
सोने की तरह ही चांदी के भाव में भी गिरावट दर्ज की गई है. चांदी के प्रति किलो भाव में 4400 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है. 23 अक्टूबर की शाम बुलियन मार्केट में चांदी का भाव 1,51,410 रुपये प्रति किलो था. लेकिन आज यानी 24 अक्टूबर की शाम ये घटकर 1,47,033 रुपये रह गया है.
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