कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी से जाने के बाद से ही उन्होंने ‘गरिमामयी चुप्पी' साध रखी थी, लेकिन दोनों नेताओं के लगातार हमले ने उन्हें जवाबी कार्रवाई करने के लिए मजबूर कर दिया है.
आजाद ने जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में अपने गृह नगर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी परिवार द्वारा उन पर बार-बार किए गए हमलों के बावजूद, उन्होंने लंबे समय तक एक सम्मानजनक चुप्पी बनाए रखी, लेकिन उनके हमलों ने उन्हें जवाब देने पर मजबूर कर दिया है.
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आजाद जम्मू कश्मीर में अपनी पार्टी की घोषणा करने से पहले एक गैर-कांग्रेसी नेता के रूप में अपने पहले राजनीतिक अभियान पर हैं. उन्होंने डोडा के भद्रवाह में खचाखच भरे भल्ला बाजार में एक रैली को संबोधित किया.
आजाद ने कहा, ‘मेरे त्याग पत्र के बाद, मैंने चार दिनों तक एक गरिमापूर्ण चुप्पी बनाए रखी, लेकिन जब सोनिया गांधी और राहुल मुझ पर हमला करते रहे, तो मेरे पास अपनी बात रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था, क्योंकि मेरा धर्म और राजनीति की नैतिकता मुझे अपने ऊपर हमले की स्थिति में आत्मरक्षा का अधिकार देती है.'
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